साइबर अपराधी ठगी के लिए अब नया तरीका अपना रहे हैं। एफडी के नाम पर लोगों को चूना लगा रहे हैं। हालांकि, पुलिस का साइबर सेल भी सतर्क हो गया है।
साइबर अपराध के जाल में फंसे बलिया के संतोष
ऐसे ही एक वाकए में गत 31 मार्च को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में स्थित भीमपुरा थाना के कसौंडर निवासी संतोष कुमार सिंह के एसबीआई के बैंक एकाउंट के योनो का आईडी पासवर्ड पता करके साइबर अपराधी द्वारा दो लाख 18 हजार रूपए की एफडी बनाकर उसे अपने खाते में स्थानांतरित करने का प्रयास किया जा रहा था।
संतोष सिंह ने इसकी शिकायत पुलिस को की तो पुलिस की साइबर शाखा सक्रिय हुई। सोमवार को उनके पूरे पैसे उनके खाते में वापस कराया। इस उपलब्धि पर पुलिस अधीक्षक डा.विपिन ताडा ने पांच हजार का नकद इनाम देने की घोषणा की।
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डा. विपिन ताडा ने बताया कि ये अपराधी किसी तरह से यूजर का नेट बैंकिंग का लॉगिन और पासवर्ड प्राप्त कर लेते हैं। इसके बाद बैंक अकाउंट से एक एफडी बनाते हैं। अकाउंट में बैलेंस कम हो जाता है, उसके बाद साइबर अपराधी ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं। एसपी डा.विपिन ताडा के अनुसार अत्यंत सतर्कता से ही बचाव हो सकता है।
बचाव के तरीके
1- ऐसा अगर किसी के साथ होता है तो किसी भी दशा में किसी को भी ओटीपी शेयर ना करें।
2- समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहें।
3- किसी भी आनलाइन ट्राजक्शन के बाद अकाउंट चेक करते रहें।
4- हमेशा बैंक की बेवसाइट का यूआरएल टाइप कर आनलाइन बैंकिंग का प्रयोग करें।
5- रिमोट एक्सेस एप्लिकेशन जैसे एनीडेस्क, टीमव्वीवर इत्यादि से बचें।
6- किसी भी लिंक टच करने से पहले सोंचे।
7- आनलाइन बैंकिंग मे पब्लिक कम्प्यूटर का प्रयोग ना करें।