दिल्ली में देश के विभिन्न राज्यों में डकैती एवं लूट करने वाले बांग्लादेशी गैंग का क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश करते हुए गैंग के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जो 100 से ज्यादा वारदातों को अंजाम दे चुके थे। आरोपितों के पास से देशी कट्टा, कारतूस और चाकू भी पुलिस ने बरामद किए हैं। आरोपित पॉश कॉलोनियों में वारदात करते थे। गिरफ्तारी के समय वह हौजा खास इलाके के एक घर को निशाना बनाने जा रहे थे।
क्राइम ब्रांच ने बांग्लादेशी गैंग के सदस्यों को किया गिरफ्तार
क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त आयुक्त शिबेश सिंह ने बुधवार को बताया कि हाल के दिनों में दिल्ली एनसीआर में हुई सेंधमारी की वारदातों को लेकर स्पेशल टास्क फोर्स की टीम काम कर रही थी। इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि सिरी फोर्ट रोड स्थित अरुण जेटली पार्क के पास कुछ बदमाश वारदात करने के इरादे से इकठ्ठा होंगे। यहां से वह हौज खास इलाके में किसी घर में डकैती को अंजाम देने के इरादे से जाएंगे। इस जानकारी पर डीसीपी भीष्म सिंह की देखरेख में एसीपी पंकज सिंह और इंस्पेक्टर संजीव कुमार की टीम ने छापा मारकर चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों की तलाशी में एक देसी कट्टा, चार जिंदा कारतूस, दो चाकू और ताले तोड़ने के औजार बरामद हुए हैं। इस बाबत आर्म्स एक्ट का मामला क्राइम ब्रांच में दर्ज किया गया है।
वर्षों से अवैध तरीके से भारत में रहते थे
गिरफ्तार किए गए चारों आरोपित मूल रूप से बांग्लादेश के रहने वाले हैं। वह अवैध तरीके से भारत में आकर पश्चिम बंगाल एवं इसके आसपास के क्षेत्र में रहने लगे थे। गिरफ्तार किया गया आरोपित रफीक लश्कर पहले भी कई बार गिरफ्तार हो चुका है। दूसरा आरोपित मोहम्मद सलीम विवाहित है और उसके दो बच्चे हैं। वह भी पहले कई बार गिरफ्तार हो चुका है। तीसरा आरोपित अजीजुर रहमान अनपढ़ है। वह भी कई बार भारत में गिरफ्तार हो चुका है। चौथा आरोपित मोहम्मद रज्जाक है। वह भी पहले कई बार गिरफ्तार हो चुका है।
100 से ज्यादा वारदातों को दे चुके अंजाम
आरोपित भारत में अपना पालन पोषण करने के लिए चोरी, सेंधमारीं, लूट और डकैती की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। 100 से ज्यादा सेंधमारी की वारदातों में वह शामिल रहे हैं। वह अपने साथ हथियार भी रखते थे ताकि आवश्यकता पड़ने पर उसका इस्तेमाल किया जा सके। वह रात के समय खिड़की की ग्रिल काटकर अंदर दाखिल होते थे और वहां परिवार को बंधक बनाकर उनसे लूटपाट करते थे। आरोपित अभी तक फरीदाबाद, जोधपुर, औरंगाबाद, गुलबर्ग, वापी, बेंगलुरु, पुणे और मुंबई में आपराधिक वारदातों में शामिल रहे हैं।