संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी चक्का जाम कार्यक्रम के तहत 6 फरवरी को वामदल और अन्य पार्टियां पूरे राज्य में दोपहर 12:00 बजे से 3:00 बजे तक नेशनल हाईवे पर धरना देकर 3 घंटे तक आवागमन ठप करेंगी। यह निर्णय गुरुवार को रांची स्थित भाकपा राज्य कार्यालय में संपन्न हुई वाम और अन्य पार्टियों की संयुक्त बैठक में लिया गया। बैठक में पिछले 76 दिनों से दिल्ली की सीमा पर आंदोलनरत किसानों के प्रति सरकार की कार्रवाई की कड़ी निंदा की गयी। साथ ही किसानों के आंदोलन के साथ अपनी एकजुटता प्रदर्शित की।

किसानों के लिए विपक्ष ने लिया फैसला
दलों ने किसान के धरना स्थल को दिल्ली पुलिस द्वारा सील करने की कार्रवाई पर कहा कि लगता है सरकार ने किसानों, मजदूरों के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया है लेकिन किसानों को आश्वस्त करते हैं कि उनके आंदोलन को मंजिल तक पहुंचाने में पूरी एकजुटता के साथ रहेंगे। दिल्ली पुलिस द्वारा निर्दोष किसानों और पत्रकारों पर किए गए झूठे मुकदमों की भी तीखी निंदा की गयी और उनपर दर्ज मुकदमों को अविलंब वापस लेने की मांग की।
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बैठक की अध्यक्षता भाकपा के राज्य सचिव पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने की। बैठक में माकपा के प्रकाश विप्लव, भाकपा माले के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद, अजबलाल सिंह, मासस के सुशांतो मुख़र्जी, सीपीआई के अजय सिंह, पूर्व राज्य सचिव केडी सिंह, अजीत सिंह और राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव आदि शामिल थे।
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