मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाई को एक बार फिर आपसी कलह का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह बाबूलाल चौरसिया है जिन्होंने हाल ही में कांग्रेस की सदस्यता ली थी। बाबूलाल को महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे का भक्त बताया जा रहा है। इसी वजह से कांग्रेस में दो धड़े में बटती नजर आ रही है। कांग्रेस में मची इस आपसी कलह को लेकर सूबे की सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार ने तंज कसा है।
बाबूलाल की वजह से बीजेपी सरकार को मिला जबरदस्त मौका
मध्य प्रदेश के गृह और जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नाथूराम गोडसे के समर्थक को पार्टी में शामिल करने के मुद्दे पर मप्र कांग्रेस दो फाड़ हो गई है। इस मामले में कमलनाथ जी कुछ बोलने को राजी नहीं है। साफ हो गया है कि कांग्रेस के लिए महात्मा गांधी जी का महत्व सिर्फ वोट और नोट के लिए ही है।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वैक्सीन लगवाने पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि पीएम मोदी जी ने कोरोना का टीका लगवाकर कोवैक्सीन की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगाने वालों को जवाब दिया है। उन्होंने पहले वैक्सीन इसलिए नहीं लगवाई क्योंकि उनकी प्राथमिकता पहले फ्रंटलाइन वर्कर रहे हैं। जबकि कांग्रेस की चिंता उनके नेताओं का परिवार रहा है।
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आपको बता दें कि बाबूलाल चौरसिया की कांग्रेस में एंट्री के बाद से ही प्रदेश कांग्रेस दो धड़े में बंट गई है। एक धड़ा कमलनाथ तो दूसरा अरुण यादव के साथ है।