उत्तर प्रदेश में वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को देख कांग्रेस भी सत्तारूढ दल भाजपा की भांति बेरोजगार युवकों को जोड़ने के लिए ‘नौकरी संवाद’ अभियान चलायेगी। अभियान में पार्टी के युवा कार्यकर्ता प्रदेश के हर जिले, हर वार्ड में यह कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
कांग्रेस ने बेरोजगारों को लेकर बनाया ये प्लान
कार्यक्रम में कोरोना काल में जिन लोगों की नौकरियां चली गई है उन लोगों को कार्यकर्ता चिन्हित कर संगठित करेंगे। गुरूवार को मैदागिन स्थित पार्टी के कार्यालय में पूर्व विधायक अजय राय, युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश मिश्र, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विश्वनाथ कुंवर, महानगर अध्यक्ष मयंक चौबे ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस समय बेरोजगारी अपने चरम पर है और बेरोजगार युवकों की स्थिति भी दयनीय और भयावह हो गई है। केन्द्र और प्रदेश की सरकार संवेदनहीन हो चुकी है। पुलिस विभाग में एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी निकली थी। जिसमें स्नातक, परास्नातक, पीएचडी डिग्रीधारी युवाओं ने आवेदन किया था।
कांग्रेस नेताओं ने सीएमआईई के रिपोर्ट का हवाला देकर कहा कि पिछले पांच सालों में देश में पांच करोड़ लोग बेरोजगार हुए। शहरी युवाओं में बेरोजगारी दर बढ़कर 18.07 प्रतिशत हो गई। ग्रामीण क्षेत्र में तीन करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हो गये।
इसी तरह नोटबंदी से करोड़ों लोग बेरोजगार हो गये। सिर्फ लघु उद्वयोग में ही 35 लाख लोग बेरोजगार हो गये। युवा कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि एसएससी सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं के परिणाम वर्षों से घोषित नहीं हुए है। कांग्रेस के नेताओं ने सरकार से मांग किया कि युवाओं को नौकरी मुहैया कराएं और एक साल केंद्र उन्हें नौकरी देने की गारंटी दे।
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साथ ही उन्हें संविदा में न रख कर स्थायी नौकरी देने का कार्य करें। प्रदेश सरकार हर जिले में उद्योग लगाए जिससे हर बेरोजगार युवक को नौकरी मिल सके। जो बेरोजगार है उनको बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। नेताओं ने सरकार को चेताते हुए कहा कि पार्टी की मांग सरकार नहीं मानती है तो कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर बड़ा आंदोलन करेंगे।