पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में बुरी तरह हार मिलने के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आत्ममंथन करने और हार के कारणों का पता लगाने के लिए सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक की। बैठक में पार्टी ने अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर एक बड़ा फैसला लिया। अगले महीने की 23 तारीख को कांग्रेस अध्यक्ष के पद का चुनाव किया जाएगा। इसके अलावा चुनाव नतीजों पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि ‘परिणाम बताते है की कांग्रेस पार्टी में चीजों को दुरुस्त करने का अब समय आ गया है। चुनाव में मिली हार का पता लगाने के लिए छोटे-छोटे समूह बनाए जाएंगे।
चुनाव नतीजों पर निराशा जताना काफी नहीं, करना होगा बदलाव
कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष ने बैठक में आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय हमारी सहायता के लिए आगे आए। सोनिया गांधी ने आगे कहा कि कांग्रेस की ओर से मैं सभी देशों और संस्थानों को धन्यवाद देना चाहती हूं। इसके अलावा सोनिया गांधी ने कहा कि जब हम सब कोविड-19 से व्यस्त हैं तो ऐसे में यह बैठक चुनाव नतीजों पर चर्चा के लिए बुलाई गई है। सोनिया गांधी ने आगे कहा कि हम अगर कहें कि चुनाव नतीजों से काफी निराश हैं तो ये भी काफी नहीं होगा। चुनाव नतीजों पर मंथन करने के लिए मैं एक छोटा समूह बनाने पर जोर दे रही हूं और उम्मीद है कि जल्द ही एक रिपोर्ट के साथ हम दोबारा बैठक करेंगे।
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वास्तविकता नहीं देखेंगे तो सबक कैसे लेंगे
सोनिया गांधी ने आगे कहा कि हमें स्पष्ट तौर पर यह समझने की जरूरत है कि केरल और असम में हम क्यों हारे और पश्चिम बंगाल में एक भी सीट अपने नाम नहीं कर पाए। सोनिया गांधी ने कहा कि अगर हम वास्तविकता नहीं देखेंगे तो आगे के लिए सबक कैसे लेंगे। सोनिया गांधी ने आगे कहा कि जब हम 22 जनवरी को मिले, तब हमने फैसला किया था कि जून के अंत तक कांग्रेस के अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।