पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस से हाल ही में इस्तीफा देने वाले नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ”कांग्रेस ने उनपर मिसाइलें दागी हैं, गोलीबारी की है, मैंने तो सिर्फ 303 राइफल के साथ जवाबी कार्रवाई की है।” जम्मू-कश्मीर के भद्रवाह में एक जनसभा को संबोधित करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा, “उन्होंने (कांग्रेस) ने मुझ पर मिसाइल दागी, मैंने केवल 303 राइफल से जवाबी कार्रवाई की और उन्हें नष्ट कर दिया। क्या होता अगर मैंने बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल किया होता? वो तो गायब हो जाते।”
राजीव गांधी और इंदिरा गांधी पर टिप्पणी करने से किया परहेज
इस बीच गुलाम नबी आजाद ने दिवंगत इंदिरा गांधी और राजीव गांधी पर टिप्पणी करने से परहेज किया। गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘चूंकि मैं 52 साल से पार्टी का सदस्य था और राजीव गांधी को अपना भाई मानता हूं और इंदिरा गांधी को अपनी मां मानता हूं, मुझे उनके खिलाफ शब्दों का इस्तेमाल करने की कोई इच्छा नहीं है।” इससे पहले कांग्रेस छोड़ने के बाद जम्मू में अपनी पहली जनसभा में, आजाद ने अपने स्वयं के राजनीतिक संगठन को शुरू करने की घोषणा की जो पूर्ण राज्य की बहाली पर ध्यान केंद्रित करेगा।
‘जम्मू-कश्मीर के लोग पार्टी के लिए नाम और झंडा तय करेंगे’
गुलाम नबी आजाद ने कहा, “मैंने अभी तक अपनी पार्टी के लिए नाम तय नहीं किया है। जम्मू-कश्मीर के लोग पार्टी के लिए नाम और झंडा तय करेंगे। मैं अपनी पार्टी को एक हिंदुस्तानी नाम दूंगा जिसे हर कोई समझ सके।” गुलाम नबी आजाद 2005 से 2008 तक जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे हैं।
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26 अगस्त गुलाम नबी आजाद ने दिया इस्तीफा
26 अगस्त को गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे एक पत्र में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। आजाद ने सोनिया गांधी को लिखे अपने इस्तीफे पत्र में पार्टी नेतृत्व, खासकर राहुल गांधी पर पिछले लगभग नौ वर्षों में पार्टी को चलाने के तरीके को लेकर निशाना साधा था। पांच पन्नों के पत्र में, आजाद ने दावा किया था कि एक मंडली पार्टी चलाती है, जबकि सोनिया गांधी सिर्फ “नाममात्र प्रमुख” थीं और सभी बड़े फैसले “राहुल गांधी या बल्कि उनके सुरक्षा गार्ड और पीए” द्वारा लिए गए थे।