चीन ने फिर से भारत विरोधी काम किया है. चीन ने साजिद मीर जैसे खूंखार आतंकी को ग्लोबल टेररिस्ट में शामिल करने के मामले में वीटो कर दिया और प्रस्ताव को रोक दिया. जो भारत के लिए झटके की तरह है. वो पहले भी पाकिस्तानी आतंकियों को ब्लोबल टेररिस्ट लिस्ट में जाने से बचाता रहा है, खासकर उन्हें, तो भारत के खिलाफ काम करते हैं. बता दें कि यूएनएससी की 1267 अलकायदा लिस्ट में साजिद मीर का नाम शामिल करने के लिए अमेरिका प्रस्ताव लाया था, जिसे भारत समर्थन दे रहा था. लेकिन चीन ने पिछले 4 महीनों में तीसरी बार ये हिमाकत हुए प्रस्ताव को ही ब्लॉक कर दिया.
अगर अमेरिका का ये प्रस्ताव पास हो जाता, तो वो किसी भी देश में यात्रा नहीं कर पाता और न ही हथियार रख पाता. उसकी संपत्तियां भी कुर्क कर ली जाती. बता दें कि साजिद मीर भारत में वांछित सबसे खूंखार आतंकियों में से एक है. वो 26/11 मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक गिना जाता है. अमेरिका ने 26/11 मुंबई हमलों में उसकी भूमिका के लिए उस पर 50 लाख डॉलर का इनाम रखा है.
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इस साल जून में उसे पाकिस्तान में आतंकवाद रोधी अदालत ने आतंकी फाइनेंस मामले में 15 साल से ज्यादा की जेल की सजा सुनाई गई थी. इस बीच पाकिस्तान ने अफवाह फैलाई कि आतंकी साजिद मीर की मौत हो चुकी है, लेकिन पश्चिमी देशों ने सबूत मांग लिया. बता दें कि साजिद मीर लश्कर ए तोएबा का सरगना है. उसने 26/11 आतंकी हमले में बड़ी भूमिका निभाई थी.