आजादी के 75वें वर्ष पूर्ण होने पर देश भर में मनाये जा रहे अमृत महोत्सव के क्रम में सोमवार को सरस्वती शिशु मन्दिर, सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय विवेकानन्दनगर के छात्र-छात्राओं की तिरंगा यात्रा नगर के विभिन्न मार्गों पर निकाली गई। इस दौरान वन्देमातरम व भारत माता के जयकारों से शहर गुंजायमान हो उठा।
आज भी हमारे तमाम स्थानीय शहीदों को कोई याद नहीं करता है और न ही उनके योगदान को जान पाया है। अमृत महोत्सव में इसी पर केन्द्रित गांव-गांव विविध कार्यक्रमों के माध्यम से देश की आजादी में योगदान देने वाले भूले-विसरे शहीदों को याद किया जा रहा है, जिससे नयी पीढ़ी अपने पूर्वजों के योगदान का जानकर गौरवान्वित हो सके।
सोमवार को नगर के विवेकानन्दनगर स्थित सरस्वती शिशु मन्दिर व सरस्वती विद्या मन्दिर के कक्षा तीन से आठ तक के छात्र-छात्राओं की तिरंगा यात्रा निकाली गयी, जिसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक डॉ. रमाशंकर मिश्र व सरस्वती शिशु मन्दिर के प्रबन्धक डॉ. रामजी गुप्ता, अशोक कुमार सिंह, डा. देवीरमण त्रिपाठी, सूर्य प्रकाश शुक्ल व अशोक ने अगुवाई कर भ्रमण के लिए रवाना किया। बच्चों की यह तिरंगा यात्रा विवेकानन्दनगर से होकर दरियापुर तिराहे, बाध मण्डी, शाहगंज चौराहा, पोस्ट आफिस चौराहा, कलेक्ट्रेट के सामने से होकर तिकोनिया पार्क में लगे विशाल तिरंगे को सैल्यूट करते हुए वापस विद्यालय आ गये। विद्या मन्दिर की बालिकाओं ने विवेकानन्दनगर के मोहल्लों में भी यात्रा निकाल कर लोगों को आजादी के भूले बिसरे शहीदों का स्मरण कराया।
तिरंगा यात्रा की देखरेख में आदि व्यवस्था में सरस्वती शिशु मन्दिर के प्रधानाचार्य इन्द्र जीत तिवारी, आचार्य राम आसरे, सचिन सिंह, शिवामणि त्रिपाठी, धर्मराज मौर्य, लोकेश पाण्डेय, सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के अषोक मिश्र, राजेश सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, सुशील कुमार मिश्र, अंकुर पाठक, सत्य प्रकाश गुप्ता, जया पाण्डेय, पूजा शुक्ला, प्रांजलि पाण्डेय, ज्योति त्रिपाठी, जया मिश्रा लगे रहे।
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तिरंगा यात्रा में स्वत्रंतत्रा संग्राम सेनानियों व महापुरूशों सुभाष चन्द्र बोस, चन्दशेखर आजाद, रानी लक्ष्मी बाई, झलकारी बाई, स्वामी विवेकानन्द, श्रीराम सीता तथा सैनिक के स्वरूप में छात्र-छात्राएं आकर्षण का केन्द्र बनी रही। आचार्या सरिता त्रिपाठी, रंजना पांडेय ने बालिकाओं को लक्ष्मी बाई के रूप में आस्था सिंह शिवजी के रूप में अराधना यादव, भगत सिंह रिया सोनी, भारत माता आरोही यादव को सजाया।