केरल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सूबे के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन बड़ी मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं। दरअसल, पिनराई का नाम अब सोना तस्करी के मामले से जुड़ गया है। इस मामले में केवल मुख्यमंत्री ही नहीं, उनके शासनकाल के तीन कैबिनेट मंत्री भी सोना तस्करी के इस मामले में फंसते नजर आ रहे हैं। इस मामले में जुड़े मुख्य आरोपी स्वपना सुरेश ने भी उनके संलिप्तता की दास्तां बयान किया है।
सोना तस्करी मामले के मुख्य आरोपी ने किया बड़ा खुलासा
सोना तस्करी के मामले की मुख्य आरोपी स्वपना सुरेश ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव एम शिवशंकर, एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी, राजनेताओं, वाणिज्य दूतावास और तस्करी सिंडिकेट के बीच मुख्य लिंक थे। स्वपना ने कहा कि क्योंकि वो अरबी जानती थीं, इसलिए उन्हें कई बार मीटिंग में बातचीत का अनुवाद करने के लिए बुलाया जाता था।
सोना तस्करी मामले में पिनराई की संलिप्तता सामने आने के बाद सियासी गलियारों की हलचल तेज हो गई है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पिनराई का नाम सामने आने के बाद कई सवाल खड़े होते नजर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री पर लगे इस आरोप का सीधा असर केरल विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा।
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला का कहना है कि कांग्रेस ने सोना तस्करी और डॉलर की तस्करी के मामले में जो आरोप लगाए थे वो सही साबित हो रहे हैं। कांग्रेस नेता का कहना है कि इसमें बीजेपी और एलडीएफ दोनों शामिल हैं।
आपको बता दें कि सोना तस्करी का यह मामला दुबई से जुड़ा है। दरअसल, अबू धाबी में जन्मी स्वप्ना सुरेश ने अबू धाबी में ही पढ़ाई की और उसके बाद एयरपोर्ट पर नौकरी मिल गई थी। बाद में स्वपना ने 2013 में एयर इंडिया में एसएटीएस की नौकरी ज्वाइन कर ली। 2016 में जब धोखाधड़ी के एक केस में क्राइम ब्रांच ने उसकी जांच शुरू की तो स्वप्ना वापस अबू धाबी चली गई।
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अबू धाबी में वो यूएई महावाणिज्य दूतावास में वह महावाणिज्य दूत की सचिव बन गई। इस दौरान स्वप्ना ने बड़े- बड़े लोगों से जान पहचान बढ़ानी शुरू की और बाद में केरल सरकार में आईटी डिपार्टमेंट तक पहुंच गई। इसके बाद गोल्ड स्मगलिंग केस में नाम आने के बाद स्वप्ना ने कई खुलासे किए।