सबसे ज्यादा बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बने चंद्रबाबू नायडू, प्रधानमंत्री मोदी ने गले लगाकर दी बधाई

नयी दिल्ली। तीसरी बार लोकसभा में मोदी सरकार लाने में अहम भूमिका निभाने वाले तेलुगु देशम पार्टी (TDP) प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने आज आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर यह नायडू का यह चौथा कार्यकाल होगा। चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश ने भी मंत्री पद की शपथ ली।

जनसेना प्रमुख और साउथ फिल्मों के स्टार एक्टर पवन कल्याण ने नायडू मंत्रिमंडल में मंत्री पद की शपथ ली। वे आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं। आंध्र प्रदेश के राज्यपाल एस अब्दुल नजीर ने मुख्यमंत्री और अन्य सभी मंत्रियों को केसरपल्ली IT पार्क में शपथ दिलाई।


चंद्रबाबू नायडू के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिरकत की। उन्होंने चंद्रबाबू नायडू को गले लगाकर राज्य के मुख्यमंत्री बनने की बधाई दी। पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा, पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, भारत के पूर्व प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण और एक्टर रजनीकांत और चिरंजीवी समेत कई दिग्गज नेता एवं बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं।

तेलगु देशम पार्टी सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश सरकार में चौथी बार मुख्यमंत्री पद पर बैठे हैं। इससे पहले 1995 से लेकर 2004 तक वे लगातार दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे। फिर 2014 में तेलंगाना राज्य आंध्र प्रदेश से अलग हुआ और बाद में वे फिर से मुख्यमंत्री बने और 2014 से 2019 तक का तीसरा कार्यकाल पूरा किया। 2019 के विधानसभा चुनाव में नायडू हार गए और YSRCP की सरकार बनी। जगनमोहन रेड्डी मुख्यमंत्री बने।

आज चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद चंद्रबाबू नायडू 24वें मुख्यमंत्री बन गए हैं। साथ ही उन्होंने आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा बार मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड कायम कर दिया। आज शपथग्रहण के साथ ही नायडू मंत्रिमंडल में TDP के 21, जनसेना पार्टी के 3 और भाजपा के केवल एक मंत्री बनाए गए हैं।

कौन कितनी सीटों पर जीता था चुनाव : बता दें कि कि आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में TDP ने NDA के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। NDA को कुल मिलाकर 175 लोकसभा सीटों में से 164 सीटों पर जीत हासिल हुई। इसमें 144 पर TDP चुनाव लड़ी थी और 135 पर जीत हासिल की। वहीं, पवन कल्याण की जन सेना पार्टी ने 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था, और सभी सीटों पर जीत हासिल की। भाजपा 10 सीटों पर चुनाव लड़ीं और 8 पर जीत हासिल की। कांग्रेस पार्टी का राज्य में खाता ही नहीं खुला था।