सीडीएस जनरल बिपिन रावत चार धाम यात्रा के दौरान भगवान केदारनाथ के मंदिर में मत्था टेकने जरूर आया करते थे। साथ ही वे यहां आकर पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा भी लेते थे और मजदूरों की हौसला अफजाई किया करते थे। भारी ठंड और बर्फबारी के बीच ड्यूटी दे रहे सैन्य अधिकारी-कर्मचारियों से भी बातचीत करते थे और उन्हें सुझाव दिया करते थे।
सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ प्रदीप भारद्वाज सीडीएस जनरल रावत के यहां आने के दौरान अपनी मुलाकात के पलों को साझा करते हुए बताते हैं कि सेवानिवृत्ति के बाद सीडीएस रावत सिक्स सिग्मा के साथ मिलकर उत्तराखंड के पौड़ी में हाई एल्टीट्यूड माउंटेन मेडिसिन इंस्टिट्यूट बनाना चाहते थे।
सीडीएस जनरल रावत ने लीक से हटकर पहली बार सिक्स सिग्मा के 350 सिविलियन डॉक्टरों को आर्मी की ट्रेनिंग दी थी। जब भी सीडीएस रावत केदारनाथ पहुंचते थे, वे सिक्स सिग्मा टीम की हौसला अफजाई किया करते थे। देश के प्रथम सीडीएस जनरल रावत का सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर के साथ बहुत गहरा रिश्ता था। सिक्स सिग्मा लीडरशिप समिट और एक्सीलेंस अवार्ड 2019 में सीडीएस रावत ने नमक, निशान, वफादारी और इज्जत का मूल मंत्र दिया।
सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि जांबाज सीडीएस जनरल रावत के मार्गदर्शन में सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर ने हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस में नये आयाम स्थापित किए और देश का मान बढ़ाया। उन्होंने ही हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस वॉलंटियर्स को सैन्य प्रतिष्ठानों में ट्रेनिंग दिलवाकर पर्वतीय क्षेत्रों में साहस, समर्पण और परिश्रम की नई मिसाल पेश की।
महंगाई के खिलाफ महारैली में राहुल गांधी हिंदुत्व पर दिया बड़ा बयान, मैं हिंदू हूं लेकिन…
कई वर्षों से सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर की ओर से चार धाम यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की सेवा की जा रही है, जबकि केदारपुरी में आपदा के बाद से पहले नेहरू पर्वतारोहण संस्थान और अब वुड कंपनी के साथ ही अन्य संस्थाएं कार्य कर रही हैं। सीडीएस जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद से पूरे देश में शोक की लहर है। उनके निधन पर जगह-जगह शोक संवेदनाएं व्यक्त किये जाने के साथ ही श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। उनके जाने से पहाड़ के लोग खासे दुखी हैं।