सीतापुर। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने वर्तमान सत्र का पंजीकरण और परीक्षा शुल्क माफ करने के लिए बीडीओ के माध्यम से कुलाधिपति को ज्ञापन भेजा है। उच्च शिक्षा विभाग ने अभी हाल ही में हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर-खीरी और रायबरेली के महाविद्यालयों को छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर से हटाकर लखनऊ विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कर दिया है। कानपुर विश्वविद्यालय का पंजीकरण और परीक्षा शुल्क लखनऊ विश्वविद्यालय से 5 से 10 गुना अधिक है। ऐसे में संबंधित जनपदों के छात्रों पर शुल्क का अत्यधिक भार पड़ रहा है।
भाकियू ने शासन के निर्णय को सराहते हुए फीस बढोत्तरी पर आपत्ति जताई है। परीक्षा शुल्क समान रखने के साथ वर्तमान सत्र का शुल्क माफ करने के लिए शासन को ज्ञापन भेजकर आग्रह किया है। राष्ट्रीय सचिव गयाप्रसाद शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में अभिभावकों की आर्थिक स्थिति ख़राब है। बहुत से छात्र स्वयं मजदूरी करके पढाई करते हैं। अधिकांश छात्र ग्रामीण क्षेत्रों और कस्बों से आते हैं। गरीब छात्र लखनऊ विश्वविद्यालय का शुल्क अधिक होने के कारण वहन करने में अक्षम हैं। इसलिए जब तक आर्थिक स्थिति ठीक नहीं हो जाती तब तक शुल्क समान रखा जाए। जिससे गरीब बच्चे शिक्षा से वंचित न हो सकें। ज्ञापन भेजने वालों में पारुल सिंह, अख़लाक़, प्रशांत सिंह, अरुण कुमार और अभिषेक वर्मा आदि शामिल हैं।