पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में वापसी करने के बाद से ही मुकुल रॉय के विधायक पद छोड़ने की अटकलें तेज हैं। लेकिन सूत्रों ने बताया है कि वह विधायक पद छोड़ने वाले नहीं हैं। तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने बताया है कि राज्य विधानसभा में दल बदल कानून फिलहाल किसी पर भी लागू नहीं किया गया है। इसलिए मुकुल रॉय के लिये फिलहाल विधानसभा की सदस्यता छोड़ने की बाध्यता नहीं है।
मुकुल रॉय को बीजेपी ने दी सलाह
सूत्रों ने बताया है कि आगामी दो जुलाई को मुकुल रॉय विधानसभा में पहली बार विधायक के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में नदिया जिले के कृष्णानगर उत्तर केंद्र से बीजेपी के टिकट पर जीत दर्ज करने वाले राय ने शुक्रवार को भाजपा छोड़कर ममता बनर्जी की उपस्थिति में तृणमूल कांग्रेस में वापसी कर ली थी।
बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार ने कहा था कि मुकुल रॉय को विधायक पद छोड़ देना चाहिए। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने भी चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर मुकुल रॉय विधायक पद नहीं छोड़ेंगे तो उनके खिलाफ दल बदल कानून हर हाल में लागू करवाएंगे। लेकिन सूत्रों ने बताया है कि फिलहाल मुकुल राय विधायक पद छोड़ने वाले नहीं हैं।
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आपको बता दें कि विगत दिनों मुकुल रॉय ने बीजेपी का साथ छोड़ते हुए अपनी पुरानी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। तृणमूल में शामिल होने के बाद बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल में मुकुल रॉय को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया गया है। इसके अलावा उन्हें राज्य स्तरीय जेड श्रेणी की सुरक्षा भी दी गई है।