भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने के कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह एक अहम फैसला है। पार्टी ने कहा कि जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिल जाता जब तक बीजेपी हर उस परिवार के साथ खड़ी है जिसके साथ ममता बनर्जी सरकार ने अन्याय किया है।
बीजेपी प्रवक्ता ने हाईकोर्ट के फैसले को बताया अहम
बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोलकाता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद हुई हिंसा पर एक अहम फैसला दिया है। यह फैसला पांच न्यायाधीशों की खंडपीठ ने दिया है।
उन्होंने कहा कि इसमें एक विशेष बात यह है कि कोलकाता हाईकोर्ट के पांचों जजों ने एकमत से कहा है कि जिन निर्दोष लोगों ने उत्पीड़न सहा, जिनके परिजनों को मार दिया गया, जिन महिलाओं ने अस्मिता खोई है, उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए, यह इंसाफ निष्पक्ष जांच के बाद ही संभव है।
उन्होंने कहा कि आज जो फैसला आया है उसकी तीन अहम बातें हैं। यह फैसला पांच जजों की खंडपीठ ने दिया है, पांचों ने एकमत से कहा है कि सीबीआई जांच की आवश्यकता है, यह जांच कोर्ट की निगरानी में होगी।
भाटिया ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा और निर्दोषो की हत्या को ममता बनर्जी नहीं रोक पाईं और न ही वह पीड़ितों को इंसाफ दिला सकीं। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल वह प्रदेश बन गया है, जहां वर्दी का इस्तेमाल अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति के लिए किया जाता है। यही कारण है कि कोलकाता हाईकोर्ट ने कहा है कि मामले की जांच सीबीआई करेगी और अभी तक जो भी सबूत इकट्ठे किये गए हैं, वह सब जांच एजेंसी के सुपुर्द कर दिए जाएं ।
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बीजेपी नेता ने कहा कि एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम और बना दी गई है, जो हत्या और महिलाओं के खिलाफ हुए अपराधों से अलग हिंसा के मामलों की जांच करेगी। सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में यह जांच होगी।