पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान नेताओं की बदजुबानी चुनाव आयोग के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। उकसाने वाले बयान के चलते अब चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता व राज्य सचिव सायंतन बसु पर 24 घंटे के लिए प्रचार करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
रविवार शाम चुनाव आयोग की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि 10 अप्रैल को कूचबिहार जिले के सीतलकुची में चौथे चरण के मतदान वाले दिन सेंट्रल फोर्स की फायरिंग में चार लोगों की मौत हुई थी। उसके बाद 11 अप्रैल को उन्होंने बराहनगर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए उकसावे वाला बयान दिया था। सीतलकुची की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा था कि तृणमूल वालों ने आनंद बर्मन नाम के हमारे कार्यकर्ता को मौत के घाट उतार दिया। वह भाजपा के शक्ति प्रमुख के भाई थे। उसके बाद हम लोगों ने इंतजार नहीं किया। उनके चार कार्यकर्ताओं को नर्क का रास्ता दिखा दिया। शोले फिल्म में एक डायलॉग है, अगर तुम हमारा एक मारोगे तो हम तुम्हारे चार मारेंगे। सीतलकुची में यही हुआ। मैं सायंतन बसु कह रहा हूं कि तुम अगर हमारे एक मारोगे तो हम तुम्हारे चार मारेंगे।
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बसु के इस बयान को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद गत गुरुवार को आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया था। इस पर सायंतन ने जवाब भी दिया था लेकिन चुनाव आयोग ने कहा है कि उनका जवाब संतोषजनक नहीं है और अपने बयानों के जरिए उन्होंने चुनावी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। इसलिए उनके प्रचार पर 24 घंटे का प्रतिबंध लगाया गया है।