दिल्ली में अगले वर्ष की शुरुआत में ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। हालांकि, इस चुनाव से पहले बीजेपी यहां राष्ट्रपति शासन लगाने की जद्दोजहद में जुटी है। इसको लेकर बीजेपी ने कदम बढाते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलकर उन्हें पत्र भी सौंप दिया है। वहीं राष्ट्रपति ने यह पत्र गृह सचिव को भेजा है।
दिल्ली के नेता और बीजेपी विधायक विजेंद्र कुमार ने कहा कि वे 30 अगस्त को राष्ट्रपति से मिले थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का नाम लिया गया है। शासन व्यवस्था पंगु है। थोड़ी सी बारिश में लोग मर जाते हैं। पानी भर जाता है। सड़कें टूटी हुई हैं। एक के बाद एक घोटाला सामने आ रहा है। मुख्यमंत्री जेल में हैं और जेल से सरकार चलाने की बात कर रहे हैं।
बीजेपी विधायक ने कहा कि संविधान का खुलेआम उल्लंघन कर रही है। छठे वित्त आयोग का गठन नहीं किया गया है। सीएजी रिपोर्ट को दबा दिया गया है। आयुष्मान भारत जैसी योजना ने दिल्ली के गरीबों को वंचित कर दिया है। गौरतलब है कि दिल्ली में जनवरी में चुनाव होने वाले हैं।
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हालांकि, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि पार्टी को तय करना है कि वह दिल्ली में कब हारना चाहती है, अभी या चार महीने बाद। तारीख कल घोषित करें। हम कहां पीछे हैं? अगर उन्हें लगता है कि हारना जल्दबाजी होगी तो जल्द ही तारीखों की घोषणा करें। अगर वे चाहते हैं कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए तो इसका मतलब है कि वे चार महीने पहले ही हार जाएंगे।
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