नूपुर शर्मा की हत्या करने के मकसद से पाकिस्तान से भारत आए रिजवान अशरफ को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जानकारी के मुबातिक, रिजवान अशरफ जब गैर कानूनी तरीके से बॉर्डर पार करके राजस्थान में घुस रहा था, तब उसके लिए वहां लोकस सपोर्ट मौजूद था। ये आठ लोग रिजवान की मदद के लिए भेड़-बकरियां चलाने के बहाने वहां पहुंचे थे। ये बीएसएफ पोस्ट से महज 1.50 किमी के दायरे में थे। खबर है कि जांच एजेंसियों ने इन संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ जारी है। यह भी पता चला है कि ये पहले श्रीगंगानगर में रहते थे, लेकिन हाल के दिनों में इन्होंने सीमा के करीब अपना डेरा बना लिया था। अधिकारियों का दावा है कि रिजवान के बाद इन संदिग्धों से पूछताछ में बड़ा खुलासा हो सकता है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रिजवान भारत में घुसकर अजमेर जाना चाहता था। आखिरी में उसका लक्ष्य नूपुर शर्मा की हत्या करना था। पुलिस के मुताबिक, रिजवान यह सब भारत में खुद नहीं कर सकता था। मतलब भारत में कुछ लोग उसके सपोर्ट के लिए तैयार थे। अब पता लगाया जा रहा है कि वह अजमेर में किनसे मिलने वाला था।
बता दें, राजस्थान पुलिस ने रिजवान को राजस्थान के श्रीगंगागर जिले में हिंदूमल सीमा से अवैध रूप से भारतीय सीमा में पार करने के बाद पकड़ा था। पुलिस ने कहा कि बीएसएफ ने जिस आरोपी की पहचान रिजवान अशरफ के रूप में की है, वह तहरीक-ए-लब्बैक नाम के पाकिस्तान में दक्षिणपंथी इस्लामिक चरमपंथी राजनीतिक दल से ताल्लुक रखता है।
कौन हैं अर्पिता मुखर्जी, ममता बनर्जी से क्या है संबंध, जिनके घर बरामद हुए 20 करोड़
राजस्थान के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया) एस सेंगथिर ने तब बताया था कि तहरीक-ए-लब्बैक, एक पाकिस्तानी संगठन ने नुपुर शर्मा को मारने की योजना बनाई है। रिजवान पाकिस्तानी आतंकवादी है, वह भी तहरीक-ए-लब्बैक से प्रभावित है। उनकी योजना के अनुसार वह सीमा पार से भारत में प्रवेश करना चाहता था।