पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से चलते सूबे में जारी सियासी दंगल के बीच में जांच एजेंसियां भी बड़ा रोल अदा कर रही हैं। दरअसल, एक तरफ जहां सूबे की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस इस चुनावी दंगल में ताल ठोकते नजर आ रही हैं। वहीं जांच एजेंसी सीबीआई आपराधिक मामलों की जांच करते हुए ताल ठोकने वाले इन नेताओं पर नकेल कस रही है।
सीबीआई ने शुरू कर दी नकेल सकने की तैयारी
इसी क्रम में कोयला तस्करी और गौ तस्करी मामले में सीबीआई ने तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी के करीबी विनय मिश्र पर लगाम कसना शुरू कर दिया है। विनय मिश्र के खिलाफ सीबीआई रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर सकती है। सीबीआई का मानना है कि विनय मिश्रा मिडल ईस्ट में कहीं छुपा हुआ है। आज दोपहर तक विनय मिश्रा के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो जाएगा।
आपको बता दें कि विनय मिश्रा का नाम कुछ महीने पहले तब सामने आया था, जब बीजेपी की ओर से आरोप लगाया गया कि विनय मिश्रा ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी का खास है और अवैध कारोबार के रुपयों का लेन देन देखता है।
बंगाल में कोयला तस्करी और गौ तस्करी मामले की जांच के दौरान सीबीआई विनय मिश्रा के घर पर कई बार छापेमारी कर चुकी है, लेकिन अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। उसकी गिरफ्तारी के लिए उसके संस्थान पर भी छापेमारी की गई है।
यह भी पढ़ें: मुख्तार अंसारी को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला, पंजाब सरकार ने जताया विरोध
दरअसल पिछले साल नवंबर में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था। तस्करी में कथित सरगना इनामुल हक की गिरफ्तारी हुई। इस तस्करी के तार यूथ तृणमूल कांग्रेस के जनरल सेक्रेट्री नेता विनय मिश्रा तक पहुंचे। 31 दिसंबर 2020 को कोलकाता में विनय मिश्रा के खिलाफ पशु तस्करी और अवैध कोयला खनन के मामले में तलाशी अभियान भी चलाया गया था। विनय मिश्रा के खिलाफ जांच एजेंसी ने लुक आउट सर्कुलर जारी किया था। लेकिन सर्कुलर नोटिस के बाद विनय मिश्रा फरार हो गया।