भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बॉम्बे हाईकोर्ट में डेक्कन क्रॉनिकल होल्डिंग्स (डीसीएचएल) के खिलाफ कानूनी लड़ाई जीत ली है। कोर्ट ने भारतीय बोर्ड के पक्ष में फैसला किया है।
डेक्कन ने बीसीसीआई पर लगाए थे गंभीर आरोप
बता दें कि आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने 2012 में डेक्कन चार्जर्स को लीग से टर्मिनेट कर दिया था। इसके बाद डेक्कन ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के खिलाफ आईपीएल से गलत तरीके से हटाने का आरोप लगाते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट में केस किया था। कोर्ट ने इस मामले में एक आर्बिट्रेटर न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) सी.के. ठक्कर को नियुक्त किया था, जिसने डेक्कन के पक्ष में फैसला सुनाया। आर्बिट्रेटर ने बीसीसीआई को जुर्माने के दौर पर डेक्कन को 4800 करोड़ रुपए देने का फैसला सुनाया था।
इसके बाद डेक्कन ने 6046 करोड़ रुपये के नुकसान और रिपोर्ट के अनुसार ब्याज और शुल्क का दावा किया था। जुलाई 2020 में इस मामले के विकास पर प्रतिक्रिया देते हुए, बीसीसीआई के एक अधिकारी ने यह स्पष्ट कर दिया था कि एक अपील कार्ड पर थी, क्योंकि बोर्ड का मानना था कि यह एक बहुत अच्छा मामला था।
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बता दें कि डेक्कन चार्जर्स की टीम आईपीएल में 4 साल (2008 से 2012) तक खेली। टीम ने एडम गिलक्रिष्ट की कप्तानी में 2009 में खिताब अपने नाम किया था। तब इन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु को हराकर टूर्नामेंट जीता था।