पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव की वजह से सूबे में बढ़ी सियासी गर्मी की तपिश अब राज्यपाल जगदीप धनखड़ तक जा पहुंची है। दरअसल, बीजेपी के खिलाफ लगातार हमलावर नजर आ रही सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने राज्यपाल के खिलाफ एक बड़ा कदम उठाया है। तृणमूल नेताओं ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर राज्यपाल को तुरंत हटाने की मांग की है। तृणमूल नेताओं ने यह मांग पार्टी और राज्यपाल के बीच पैदा हुए मतभेद के बाद की है।
राज्यपाल के खिलाफ सांसदों ने राष्ट्रपति से की मांग
मिली जानकारी के अनुसार, तृणमूल नेता और पार्टी सांसद सुखेंदु शेखर रे ने बुधवार को राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भेजा है। इस ज्ञापन में उन्होंने कहा कि बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ संविधान की रक्षा, संरक्षण में असफल रहे हैं। इसके अलावा वो बार-बार सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन भी करते हैं। ऐसे में उनको तत्काल प्रभाव से हटाकर नए राज्यपाल की नियुक्ति की जाए।इस ज्ञापन पर तृणमूल पार्टी के सांसद सुखेंदु के अलावा सुदीप बंद्योपाध्याय, सांसद डेरेक ओ’ब्रायन, सांसद कल्याण बनर्जी और सांसद काकोली घोष दस्तीदार के हस्ताक्षर भी मौजूद हैं।
आपको बता दें कि बीते दिनों राज्यपाल ने बंगाल पुलिस द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं के खिलाफ की गई कार्रवाई का विरोध करते हुए तृणमूल सरकार पर जमकर आरोप मढ़े थे। उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी और पुलिस चीफ ने राज्य में लोकतंत्र की हत्या की है। पुलिस अधिनियम और संवैधानिक प्रावधानों का ऐसा घोर उल्लंघन पुलिस और प्रशासन के राजनीतिक रुख को साबित करता है।
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बीजेपी सांसद का यह बयान पार्टी नेताओं को नागवार गुजरा था, तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने राज्यपाल के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि वैसे तो मैं आपको नजर अंदाज कर देता हूं लेकिन अब आपने सीमा पार कर ली है।