छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के गुढ़ियारी में करीब चार साल पहले 2017 में दो बहनों के साथ दुष्कर्म करने वाले बाबा को अपर सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक कोर्ट पूजा जायसवाल ने बुधवार को 40 साल की सजा सुनाई है। एक-एक बहन के साथ किए दुष्कर्म के आरोप में 20-20 साल की दो सजा दी गई है। दोनों सजा अलग अलग काटनी होगी। एक अपराध की सजा पूरी होने के बाद दूसरे अपराध की सजा शुरू होगी।
बाबा ने दरबार में बुलाकर किया था बहनों का रेप
विशेष लोक अभियोजक ताराचंद कोसले ने बताया कि घटना 2017 में होली के समय का है। दोनों बहनों को पेट और कमर में दर्द रहता था। इसके इलाज के लिए उनकी मां और नानी उन्हें गुढ़ियारी निवासी समयलाल देवांगन के पास ले गईं।
समयलाल पूरे इलाके में झाड़फूंक करने वाले बाबा के नाम पर मशहूर था। इस वजह से मां और नानी उन्हें उसके पास लेकर गईं। इलाज के दौरान बाबा ने कहा कि दोनों बहनों को दरबार में हाजिरी देनी होगी। उसके बाद वह दोनों को ठीक कर सकेगा।
होली के बाद बाबा ने दोनों बहनों को अपने दरबार में बुलाकर दुष्कर्म किया। साथ ही इस घटना का किसी से जिक्र करने पर जान से मारने की धमकी दी। वह इलाज के नाम पर सितंबर तक उनके साथ दुष्कर्म करता रहा। बाबा उन्हें बुलाकर डराता-धमकाता था। इस वजह वे डरी सहमीं रहती थीं।
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उनकी स्थिति देखकर परिजनों को शक हुआ। पूछताछ करने पर उन्होंने अपनी मां और नानी को बाबा की करतूत के बारे में बताया। उसके बाद दोनों बहनों ने परिजनों के साथ थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज करायी। कोर्ट ने बाबा समयलाल को दोनों बहनों के दुष्कर्म का दोषी पाया। उसे 20-20 साल के कारावास के साथ पांच-पांच हजार रुपये का अर्थदंड दिया गया।