कोरोना की दूसरी स्ट्रेन से पूरे उत्तर प्रदेश में भयावह स्थिति बनी हुई है। इसे काबू में करने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पूरी तरह से चरमरा गई है। ऑक्सीजन की किल्लत हो गई है। जिसे पूरा करने के लिए राज्य सरकार अब झारखंड के बोकारो व जमशेदपुर और उड़ीसा के राउरकेला से मेडिकल ऑक्सीजन मंगाने की तैयारी शुरु कर दी है। जल्द से जल्द ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाने के लिए सरकार ने आर्मी रैक का उपयोग किया है, जो आज रात करीब पहला रैक बोकारो भेजा जायेगा। इस रैक में सात ऑक्सीजन टैंकर शामिल होंगे।
रेलवे ने किया ट्रायल
बुधवार को आर्मी का पहला रैक लखनऊ पहुंचा तो रेलवे ने भी इसका ट्रायल लखनऊ से उतरेटिया तक शुरु किया। इस दौरान अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी और डीआरएम संजय त्रिपाठी सहित कई आला अधिकारी भी यहां पर मौजूद रहे। डीआरएम ने बताया कि इसको लेकर रेलवे की ओर से सारी तैयारी कर ली गई है। आज रात 10 बजे के करीब पहला रैक बोकारो भेजा जायेगा। इस एक रैक में सात ऑक्सीजन टैंकर होंगे। आसपास के जिलों से खाली ऑक्सीजन टैंकरों को लाकर उनको चारबाग़ स्टेशन के कैब वे से सटी साइडिंग पर लोड किया गया।
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समय का किया गया उपयोग
डीआरएम ने बताया कि अगर लखनऊ से बोकारो के लिए सड़क मार्ग का उपयोग किया जाता है तो यह समय करीब 32 से 36 घंटे लगता है। समय का सही उपयोग करने के लिए रेल का उपयोग किया है जिससे 16 घंटे लगेंगे। यह भी बताया कि खाली टैंकर को ले जाने में भी काफी सतर्कता बरतनी पड़ती है। हल्के होने हवा के दबाव और रैक के ब्रेक सिस्टम को देखते हुए गति 50 से 55 किलोमीटर प्रतिघंटा ही रखी जाएगी। हालांकि लोड ऑक्सीजन एक्सप्रेस जब लौटेगी तब उसकी स्पीड 5 से 15 किलोमीटर प्रतिघंटा तक बढ़ाई जा सकती है।