जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते राजनीतिक गलियारों का माहौल खासा गर्म बना हुआ है। भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों के बीच में लगातार आरोप-प्रत्यारोप का माहौल बना हुआ है। इसी क्रम में इस बार भाजपा के वरिष्ठ नेता अनुराग ठाकुर ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि यह लोग पत्थरबाजी और नशा करने वालों को खुली छूट देना चाहते हैं, ताकि जम्मू-कश्मीर पूरी तरह बर्बाद हो जाए, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।
अनुराग ठाकुर ने उमर अब्दुल्ला के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें उन्होंने आतंकी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि उमर अब्दुल्ला को फांसी नहीं होनी चाहिए थी।
अब्दुल्ला के इसी बयान पर पलटवार करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि जो कोई भी ऐसे बयान देकर वोट बटोरना चाहते हैं, हम उनके मंसूबे पूरे नहीं होने देंगे। मैं स्पष्ट कह देना चाहता हूं कि वो चाहे जितनी मर्जी कोशिश कर लें, न ही उनकी सरकार बनेगी और न ही यह लोग पत्थरबाजों को पनाह दे पाएंगे।
अनुराग ठाकुर ने पीओके पर कहा कि अब वहां के लोग भी भारत के विकास को देखकर हमारा हिस्सा बनना चाहते हैं, जिस तरह से हमारे देश में चौतरफा विकास की बयार बही है, उसे देखते हुए वहां के लोग हमारे देश का हिस्सा बनना चाहते हैं। अब जरूरत है कि वो लोग खुलकर सामने आएं। मैं एक बात स्पष्ट कह देना चाहता हूं कि हम लोग उनका दिल खोलकर खुले हाथों से स्वागत करेंगे। एक अच्छा जीवन जीने का अधिकार पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों को भी है।
इसके पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी रविवार को जम्मू-कश्मीर के रामबन में उमर अब्दुल्ला के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया दी थी। राजनाथ सिंह ने कहा था कि अब ऐसे लोगों को फांसी नहीं दें, तो क्या माला पहनाएं। उन्होंने कहा था कि पहले जम्मू-कश्मीर के युवाओं के हाथों में पिस्तौल हुआ करते थे, लेकिन अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद यहां के युवाओं के हाथों में किताबें और पढ़ने लिखने के सामान दिख रहे हैं। इससे वहां हो रहे सकारात्मक बदलावों को साफ देखा जा सकता है।