देश की नई संसद के उद्धाटन में सिर्फ 2 ही दिन का समय बच गया है लेकिन पूरी पिक्चर अभी साफ नहीं हुई है। उद्घाटन में 40 दलों को न्योता गया जिनमें 17 समर्थन में हैं, 20 विरोध में हैं और 3 दलों ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। 28 मई को होने वाले उद्घाटन समारोह का इन पार्टियों ने बहिष्कार करने की बात कही है। उन्होंने मांग की है कि इसका उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा किया जाना चाहिए। इस बीच नई संसद के उद्घाटन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बसपा सुप्रीमो मायावती का सपोर्ट मिल गया है। मायावती ने नई संसद के उद्घाटन का स्वागत किया है। मायावती ने कहा कि नई संसद का बॉयकॉट गलत है। उद्घाटन को आदिवासी महिला के सम्मान से जोड़ना सही नहीं है।
‘उद्धाटन का बहिष्कार करना गलत‘
मायावती ने नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर तीन ट्वीट किए हैं। मायावती ने कहा है कि केन्द्र में पहले चाहे कांग्रेस पार्टी की सरकार रही हो या अब वर्तमान में बीजेपी की, बीएसपी ने देश व जनहित निहित मुद्दों पर हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उनका समर्थन किया है तथा 28 मई को संसद के नये भवन के उद्घाटन को भी पार्टी इसी संदर्भ में देखते हुए इसका स्वागत करती है।
‘सरकार के पास उद्घाटन का हक‘
आगे उन्होंने लिखा, ”राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा नए संसद का उद्घाटन नहीं कराए जाने को लेकर बहिष्कार अनुचित। सरकार ने इसको बनाया है इसलिए उसके उद्घाटन का उसे हक है। इसको आदिवासी महिला सम्मान से जोड़ना भी अनुचित। यह उन्हें निर्विरोध न चुनकर उनके विरुद्ध उम्मीदवार खड़ा करते वक्त सोचना चाहिए था।”
मायावती ने इसके बाद एक और ट्वीट करते हुए लिखा है, ”देश को समर्पित होने वाले कार्यक्रम अर्थात नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण मुझे प्राप्त हुआ है, जिसके लिए आभार और मेरी शुभकामनायें। किन्तु पार्टी की लगातार जारी समीक्षा बैठकों सम्बंधी अपनी पूर्व निर्धारित व्यस्तता के कारण मैं उस समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी।”
‘नीतीश ने राज्यपाल से क्यों नहीं कराया उद्घाटन?’
नई संसद के उद्घाटन समारोह पर आज फिर बड़ा सियासी बवाल हुआ है। मोदी से लेकर योगी तक फुल एक्शन में हैं और विपक्ष के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। राष्ट्रपति को लेकर सरकार पर सवाल उठा रहे विपक्ष पर सरकार ने पूरी ताकत से पलटवार कर दिया है और पूछा है कि उद्घाटन पर बवाल कर रही कांग्रेस शिलान्यास पर क्यों नहीं आई। बायकॉट तो बहाना है, मोदी निशाना हैं।
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बीजेपी ने अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बहाने जेडीयू को भी घेरा है। बीजेपी ने नीतीश कुमार से सवाल पूछा कि बिहार विधानसभा की नई बिल्डिंग का उद्घाटन नीतीश कुमार ने क्यों किया था। मुख्यमंत्री ने इसका उद्घाटन राज्यपाल से क्यों नहीं कराया था।