नयी दिल्ली। 2008 मालेगांव विस्फोट मामले में नया मोड़ आ गया है। इस मामले से जुड़े एक गवाह सुनवाई के दौरान मुकर गया। यह कोई पहली दफा नहीं हुआ है बल्कि बयान से मुकरने वाला यह 15वां गवाह है। दरअसल, सुनवाई के दौरान मंगलवार को गवाह ने दावा किया कि आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) ने उसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के चार नेताओं के नाम लेने के लिए मजबूर किया था।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, 2008 मालेगांव विस्फोट मामले के एक गवाह ने विशेष एनआईए अदालत को बताया कि एटीएस ने उसे प्रताड़ित किया था। गवाह ने अदालत को यह भी बताया कि एटीएस ने उन्हें योगी आदित्यनाथ और आरएसएस के 4 अन्य नेताओं का नाम लेने के लिए मजबूर किया था। इस मामले से पहले भी कई गवाह मुकर चुके हैं और उन्होंने एटीएस के सामने जो कबूला था, उसका बाद में खंडन किया था।
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आपको बता दें कि मुंबई से करीब 200 किमी दूर मालेगांव में 29 सितंबर, 2008 को हुए विस्फोट में 6 लोगों की मौत हुई थी। यह विस्फोट एक मस्जिद में हुआ था। जिसमें 100 से अधिक लोग जख्मी भी हुए थे।