वर्ष 2011 में लोकपाल आंदोलन कर तत्कालीन केंद्र की सत्तारूढ़ यूपीए सरकार को हिलाकर रख देने वाले मशहूर समाज सुधारक अन्ना हजारे अब आंदोलित किसानों के समर्थन में खड़े हो गए हैं। दरअसल, अन्ना हजारे ने किसानों के साथ खड़े होकर मोदी सरकार के खिलाफ अनशन करने का ऐलान कर दिया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि यह उनके जीवन का आखिरी अनशन होगा।
अन्ना हजारे ने दिया ये बयान
अन्ना हजारे ने कहा है कि जो वादा लिखित तौर पर उन्हें केंद्र की तरफ से किया गया था किसानों और खेती को लेकर वो पूरा नहीं हुआ। जिसके साथ अब वो एक बार फिर अनशन करने के लिए तैयार है। जल्द ही लोकेशन तय की जायगी।
आपको बता दें कि अन्ना हजारे दिल्ली में अनशन पर बैठे थे, तब केन्द्रीय कृषि मंत्री और मुंबई के तात्कालिक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में उन्हें लिखित तौर पर वादों की एक फेहरिस्त दी गई थी। इसी के बाद उन्होंने अपना अनशन ख़त्म किया था।
अन्ना का कहना है कि वह लिखित वादे अब तक पूरे नहीं किए गए हैं इसके लिए अब फिर अनशन करने जा रहे हैं। ये अनशन जिंदगी की आखिरी होगा और यह उनके लिए बोनस है। अनशन के स्थान को लेकर उनका कहना है कि वे दिल्ली में, मुंबई में, या फिर अपने गांव रालेगण सिद्धि में अनशन कर सकते है।
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जैसे ही अन्ना के अनशन की खबर आम हुई है, उनको मनाने के लिए नेताओं की कोशिशें भी शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि जो बातें कही गई थी वो पूरी होंगी और अन्ना को अनशन करने की जरूरत नहीं है। इस पर अन्ना ने उन्हें जस का तस जवाब दे दिया कि आप करिए या ना करिए ये अनशन तो होगा।