लखनऊ। 26 महीने के बाद एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना 14 अक्टूबर को घटेगी और सौर मंडल में एक अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। इंदिरागांधी नक्षत्रशाला के वैज्ञानिक अधिकारी सुमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कल सुबह 4:40 बजे से यह खगोलीय घटना शुरू होगी। रात को दिखेगी अपोजीशन की अवस्था।
उनके मुताबिक पृथ्वी के दोनों विपरीत दिशाओं में चंद्रमा और मंगल होंगे। यह प्रक्रिया सुबह होगी। सूरज उगने वाला होगा तो मंगल ग्रह डूबने वाला होगा पश्चिम दिशा में। इसे हम शाम को देखना चाहेंगे तो 14 की रात को दिखेगा। सूरज अस्त हो रहा होगा और पूर्व दिशा से मंगल ग्रह उदित हो रहा होगा। 26 महीने में इस तरह की घटना एक बार होता है। मंगल ग्रह का अपोजीशन इसको कहते हैं।
यह भी जानें
मंगल और पृथ्वी के दिन की अवधियां करीब-करीब समान है। मंगल पर एक सौर दिन 24 घंटे 39 मिनट 35.244 सेकंड है।
मंगल का सतही क्षेत्रफल पृथ्वी के कुल क्षेत्रफल का मात्र 28.4% है, जो कि पृथ्वी की कुल शुष्क भूमि (29%) की तुलना में थोड़ा सा ही कम है।
मंगल का अपना एक वातावरण है, हालांकि यह बहुत पतला (पृथ्वी के वातावरण का करीब 0.7%) है।
मंगल पर सतही गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी पर की तुलना में 38% है। यह ज्ञात नहीं है कि यह भारहीनता के साथ जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने के लिए पर्याप्त है या नहीं है।
मंगल ग्रह पृथ्वी से बहुत ठंडा है, औसत सतही तापमान – 63 डिग्री सेल्सियस और न्यून तापमान -140 डिग्री सेल्सियस है।