एनसीपी सांसद अमोल कोल्हे की फिल्म ‘व्हाई आई किल्ड गांधी’ 30 जनवरी को रिलीज होगी। इस फिल्म में कोल्हे ने नाथूराम गोडसे का किरदार निभाया है जिससे राजनीति में हड़कंप मच गया है। एनसीपी के नेता जितेंद्र आव्हाड ने इस पर आपत्ति जताई है लेकिन राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने अमोल कोल्हे का समर्थन किया है। पवार ने कहा कि उन्हें एक कलाकार के तौर पर देखा जाना चाहिए।

सांसद कोल्हे का बचाव करते हुए शरद पवार ने बताया कि इससे पहले महात्मा गांधी पर एक फिल्म प्रदर्शित हुई थी। उस फिल्म के जरिए गांधी जी का काम पूरी दुनिया में पहुंचा। उस फिल्म में नाथूराम गोडसे का किरदार निभाने वाले भी एक अभिनेता ही थे। यदि कोई अभिनेता किसी फिल्म में किरदार निभा रहा है, तो उसे एक अभिनेता के रूप में देखा जाना चाहिए। बतौर पवार छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर अगर कोई फिल्म बनती है और उसमे कलाकार कोई अफजल खान का किरदार निभाता है तो वह मुगल साम्राज्य का समर्थक नहीं बन जाता। पवार ने कहा कि सांसद अमोल कोल्हे ने फिल्म में गोडसे का किरदार निभाया है, यह जरूरी नहीं कि कोल्हे के विचार गोडसे जैसे हो।
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अपनी बात पर विस्तार से रोशनी डालते हुए पवार ने कहा कि रामराज्य फिल्म में रावण की भूमिका निभाने वाले अभिनेता ने सीता का हरण किया था, जिसका अर्थ यह नहीं है कि वह रावण था। एक अभिनेता के रूप में अमोल कोल्हे ने महज एक किरदार निभाया है। इस अवसर पर पवार ने कहा कि अमोल कोल्हे ने एनसीपी ज्वॉइन करने से पहले गोडसे का किरदार निभाया था। इसका अर्थ यह नहीं कि सांसद कोल्हे गांधीजी की हत्या का समर्थन करते हैं।
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