उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election) के मद्देनजर केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) शनिवार को ‘घर-घर संपर्क’ अभियान के तहत शामली जिले के कैराना (Kairana) शहर की गलियों में गये. भारतीय जनता पार्टी (BJP)के पूर्व अध्यक्ष और गृह मंत्री शाह ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ अपने हाथों से पर्चे और पार्टी की प्रचार सामग्री लोगों के बीच बांटी. उन्होंने उन परिवारों से संपर्क किया जिनके सदस्यों को कथित तौर पर पिछली समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान पलायन करने के लिए मजबूर किया गया था.
BJP ने 2017 के विधानसभा चुनाव में इस मामले को प्रमुखता से उठाया था और इसे मुद्दा बनाया था. बाद में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में BJP की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री और पार्टी ने दावा किया कि सपा शासन में कथित पलायन करने वाले लोग वापस लौटे हैं. शाह ने ‘जय श्री राम’’ और ‘‘भारत माता की जय’’ के नारों के बीच BJP सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कैराना में पर्चे बांटे. इस दौरान क्षेत्र के निवासियों ने फूलों की पंखुड़ियों की वर्षा की और ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाए.
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‘पलायन कराने वाले कर गए पलायन’
गृह मंत्री अमित शाह ने यहां पलायन करने वाले परिवारों से मुलाकात की. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ” परिवार के सभी 11 सदस्य मेरे साथ बैठे और कहा कि उन्हें अब कोई डर नहीं है और सभी शांति से अपना काम कर रहे हैं. मैं 2014 में कैराना आया था, और आज यहां आकर हृदय को बड़ी शांति मिल रही है. पूरे राज्य में विकास की नई लहर देखने को मिल रही है. कई सड़कें, हवाई अड्डे, मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं. हर गरीब घर में अब गैस कनेक्शन, शौचालय, बिजली, आयुष्मान भारत योजना कार्ड, मुफ्त टीके और कोरोना महामारी के दौरान मुफ्त राशन दिया गया. मोदी जी की सभी योजनाओं को सीएम योगी आदित्यनाथ ने जमीनी स्तर तक लागू किया है. यह वही कैराना है जहां से पहले लोग पलायन कर रहे थे. आज जब मैं यहां हूं तो उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार किया है और जिन लोगों ने उन्हें पलायन कराया है, वे पलायन कर गए हैं.”