भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राष्ट्रीय प्रवक्ता शाजिया इल्मी के एक लेख में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के खिलाफ की गई टिप्पणी का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल ने आरोप लगाया है कि शाजिया ने ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ में लिखे अपने कॉलम में विहिप पर ‘पीएम मोदी की बदनामी का अभियान चलाने और बिलकिस बानो रेप मामले के दोषियों का सम्मान करने’ का आरोप लगाया है. विहिप ने भाजपा को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि वह (बीजेपी) यह साफ करे कि अपने प्रवक्ता के विचारों का समर्थन करती है या नहीं?
बंसल ने कहा कि ‘ये भाजपा नेताओं को सोचना है कि हमारे सवाल का जवाब देना है या नहीं. हम भाई हैं और बीजेपी की कब्र खोदने के लिए आए आयातित नेता नहीं हैं. वह कैसे लिख सकती है कि हम पीएम मोदी को बदनाम करने में लगे हैं. वह ऐसा कुछ कैसे लिख सकती है? हमें अपने पीएम पर गर्व है. उसने हमसे तथ्यों का पता लगाने की कोशिश नहीं की और लिख दिया कि विहिप ने उन दोषियों को सम्मानित किया.’ उन्होंने आगे कहा कि ‘हमने भी एक खुला सवाल उठाया है. मैंने अपने संगठन का दृष्टिकोण बता दिया है और उसने अपना दिया है. उन्होंने बीजेपी प्रवक्ता के तौर पर लेख लिखा है. पार्टी को यह तय करने की जरूरत है कि उसके साथ क्या करना है या अपना रुख साफ करना है.’
दिलचस्प बात यह है कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और विहिप प्रमुख आलोक कुमार दोनों छत्तीसगढ़ के रायपुर में चल रही आरएसएस की समन्वय बैठक में शामिल हैं. शाजिया इल्मी के लेख पर टिप्पणी करते हुए विहिप के कार्यकारी अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने News18 से कहा कि ‘ये लेख एक पागल इंसान ने लिखा है. विहिप ने दोषियों को सम्मानित नहीं किया. ये सब मनगढ़ंत कहानियां और आरोप हैं कि विहिप और पीएम मोदी के बीच कटुता है. ये बिल्कुल झूठ और निराधार है.’
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इस बारे में सफाई देते हुए शाजिया इल्मी ने कहा कि ‘अपने लेख में उन्होंने ऐसा कुछ नहीं लिखा है. बीजेपी और विहिप के कटुतापूर्ण संबंधों का हवाला पुराना है. ये तत्कालीन विहिप नेता प्रवीण तोगड़िया और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच तनाव के लिए था.’ अपने ट्वीट्स में उन्होंने कहा कि लेख के मूल मसौदे का ये हिस्सा संपादित करके हटा दिया गया. जिससे यह आभास हुआ कि मामला आज का है.