उत्तर प्रदेश में तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों द्वारा स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) की मांग के बाद एक और आईएएस अधिकारी विद्या भूषण ने इस्तीफा दे दिया है. विद्या भूषण पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) के एमडी हैं और उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए वीआरएस का विकल्प चुना है. 2008 बैच के अधिकारी भूषण इस समय वाराणसी में तैनात हैं.

भूषण ने इस्तीफा उनकी पत्नी, आईपीएस अधिकारी अलंकृता सिंह के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद दिया. राज्य सरकार ने अलंकृता को बिना पूर्व सूचना के विदेश यात्रा करने पर निलंबित कर दिया था. 2008 बैच की अधिकारी अलंकृता सिंह के खिलाफ इस साल अप्रैल में कार्रवाई शुरू की गई थी. अगस्त की शुरुआत में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रेणुका कुमार, जिन्हें हाल ही में केंद्र से यूपी कैडर में वापस लाया गया था और उन्हें अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय में सचिव के रूप में तैनात किया गया था, ने भी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया था.
उनसे पहले, 1988 बैच की अधिकारी जुथिका पाटनकर, जो 2018 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थीं और इस समय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में तैनात हैं, ने भी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की मांग की. 2003 बैच के एक अधिकारी विकास गोथलवाल ने भी समय से पहले सेवानिवृत्ति का विकल्प चुना था.
Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine