केंद्रीय इलाहबाद विश्वविद्यालय की कुलपति के बाद अब अमेठी में मस्जिदों से आने वाली अजान को बंद कराने की आवाज उठी है। शुक्रवार केा सगरा आश्रम के संत चैतन्य मौनी महाराज ने कहा कि मस्जिदों से माइक की आवाज कम होनी चाहिए या बंद होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भगवान बहरा नहीं है, वह सुनता है। भगवान भाव का भूखा है। मस्जिदों में नमाज के समय कई माइक लगाकर के दूर तक आवाज जाने की व्यवस्था है। इससे बीमार, विद्यार्थी आदि को बड़ी समस्याएं होती हैं।
श्री चैतन्य ने कहा कि कबीर दास ने कहा था कि केवल चिल्लाने से परमात्मा नहीं मिलता है। जहां से नमाज होती है, वहीं से तमाम प्रकार की बहसें शुरू होती हैं। तमाम तरह की लोगों को सूचनाएं दी जाती हैं। ऐसे भी भाषण दिए जाते हैं, जिससे समाज में आक्रोश पैदा होता है।
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उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाइकोर्ट ने ये भी निर्देश दिया है कि ध्वनि प्रदूषण कम होना चाहिए। सरकार और शासन को ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए।