पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिला अंतर्गत सीतलकुची के 126 नंबर मतदान केंद्र के पास फायरिंग में चार लोगों की मौत को लेकर बंगाल पुलिस के एडीजी जगमोहन ने सफाई दी है। उन्होंने बताया है कि हिंसा की इस घटना में ग्रामीणों ने सेंट्रल फोर्स की टीम पर जानलेवा हमला किया था जिसकी वजह से आत्मरक्षा में मजबूरन फायरिंग करनी पड़ी।
हिंसा की घटना को लेकर एडीजी जगमोहन ने दिया बयान
एडीजी जगमोहन ने बताया कि सुबह के समय वोट करने के लिए एक युवक आया था, जिसे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था। इसकी वजह से पूरे क्षेत्र में तनाव पसर गया था और पेट्रोलिंग के लिए सीआईएसएफ के जवानों को लगाया गया था। गांव में पहुंची इस टीम को स्थानीय लोगों ने घेर लिया था और सीआईएसएफ की टीम पर जानलेवा हमले किए जा रहे थे। इसकी वजह से आत्मरक्षा में केंद्रीय बलों के जवानों को फायरिंग करनी पड़ी, जिसमें चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
इस घटना को लेकर सीआईएसएफ ने भी बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि बूथ नंबर 126 के पास इंस्पेक्टर सुनील कुमार की अगुवाई वाली सीआईएसएफ की टीम पर उपद्रवियों की भीड़ द्वारा हमला किया गया था। हमला तब हुआ जब वह हमलावरों को बूथ तक पहुंचने से रोकने के लिए स्थानीय पुलिस के साथ इलाके का चक्कर लगा रहे थे। इस दौरान हाथापाई में एक बच्चा गिर गया था, जिसके बाद गांव वालों ने क्विक रिस्पांस टीम के वाहन को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया और क्यूआरटी कर्मियों पर भी हमला किया। टीम ने आत्मरक्षा में प्रतिक्रिया दी और भीड़ को हटाने के लिए छह राउंड हवाई फायरिंग की गई।
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गौरतलब है कि हिंसा की इस घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर साजिश रचने का आरोप लगाया है। पार्टी के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा है कि हमले में आठ लोगों की मौत हुई है। हमले में मारे गए सभी लोगों को तृणमूल कांग्रेस ने अपना कार्यकर्ता बताया है। उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने हिंसा के इस मामले में राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी से शाम 5:00 बजे तक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।