आगामी एशियन हैंडबॉल चैंपियनशिप के लिए चयनित भारतीय पुरुष हैंडबॉल टीम के खिलाड़ियों के चेहरे खुशी से खिल गए। इन खिलाड़ियों ने इस बात पर हर्ष जताया कि इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) को निर्देश दिया है कि 20वीं एशियन पुरुष हैंडबॉल चैंपियनशिप में भारतीय हैंडबॉल टीम का खेलना सुनिश्चित करें। यह निर्देश मोहित यादव की याचिका पर जस्टिस एआर मसूदी और जस्टिस नरेंद्र कुमार जौहरी की बेंच ने दिया।
इस निर्णय के बाद हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ए.जगनमोहन राव, महासचिव डा. तेजराज सिंह, कोषाध्यक्ष विनय कुमार सिंह और कार्यकारी निदेशक डा. आनन्देश्वर पाण्डेय ने वरिष्ठ एडवोकेट अखिलेश कालरा, वरिष्ठ एडवोकेट आलोक सरन और एडवोकेट अविनाश चंद्रा का आभार जताया कि उनकी जिरह के चलते भारतीय पुरुष हैंडबॉल टीम के 18 से 31 जनवरी तक सऊदी अरब में होने वाली 20वीं एशियन पुरुष हैंडबॉल चैंपियनशिप में खेलने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
बताते चलें कि इस याचिका पर सुनवाई के दौरान हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से अधिवक्ता आलोक सरन और याचिकाकर्ता मोहित यादव की ओर से अधिवक्ता अखिलेश कालरा एवं एडवोकेट आलोक चंद्रा उपस्थित हुए थे। गुरुवार को इस मामले में सुनवाई के दौरान पीठ ने कहा था कि हम भारतीय खेल प्राधिकरण को निर्देश देते है कि भारतीय हैंडबाल टीम की भागीदारी सुनिश्चित की जाए जिसके लिए बजट की स्वीकृति का भी निर्धारण हो चुका है।
इसके साथ ही ये भी स्पष्ट किया जाता है कि भारतीय खेल प्राधिकरण इस तथ्य के बावजूद आवश्यक कार्रवाई का निर्णय ले सकता है कि हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया में प्रबंधन निकाय के गठन के बारे में कुछ विवाद पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में विचाराधीन है। इसके साथ ही भारतीय खेल प्राधिकरण को तुरंत 29.60 लाख रुपये जारी करने का भी निर्देश दिया गया।