लखनऊ।सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में दर्जनों जिलों के सैकड़ों गांव और कई नगरीय क्षेत्र बाढ़ की चपेट में हैं तथा लाखों की आबादी और एवं संकट में हैं।
उन्होंने कहा कि मथुरा, आगरा, अलीगढ़, शाहजहांपुर, पीलीभीत, कानपुर देहात, औरैया, इटावा, कन्नौज, फर्रूखाबाद, सीतापुर, हरदोई, वाराणसी समेत कई जिलों में बाढ़ से स्थिति खराब है।
पार्टी द्वारा जारी एक बयान में उन्होंने आरोप लगाया,‘‘बाढ़ से आम जनजीवन संकट में है। लोगों को खाना-पानी, दवा-इलाज नहीं मिल रहा है। संकट की इस घड़ी में सरकार कहीं दिखाई नहीं दे रही है। लोगों के घर-खेतीबाड़ी सब बर्बाद हो गये हैं।
उन्होंने कहा,बाढ़ राहत के लिए बनी मुख्यमंत्री की ‘टीम इलेवन’ का कुछ पता नहीं है। जनता को सरकार की थोथी घोषणाओं से कोई राहत नहीं मिल रही है। सरकार संकट में फंसी जनता को बचाने के बजाय लफ्फाजी करने को ही अपनी उपलब्धि मान रही है।
यादव ने मुख्यमंत्री के हवाई सर्वेक्षण को सिर्फ बाढ़ पर्यटन बन जाने का दावा करते हुए कहा कि दर्जनों जिलों के सैकड़ों गांव टापू बन गये हैं, लोग अपना घर छोडकर इधर-उधर शरण लेने पर मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि आगरा की दर्जनों कालोनियों में पानी भर गया है तथा मथुरा में यमुना किनारे बाजारों की दुकानें डूब गयी हैं, ऐसे में लोग छतों पर शरण लेने और रहने को मजबूर है।
उन्होंने कहा,फिरोजाबाद में दर्जनों गांवों में पानी भर गया है। फसलें डूब गयी हैं। हरदोई में बाढ़ से करीब सौ गांव प्रभावित हैं। कानपुर देहात, फतेहपुर, गाजीपुर, बलिया में बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हैं। इन जिलों के कई गांव बाढ़ में डूबे हुए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने इस मुसीबत के समय में जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया है तथा बाढ़ राहत के नाम पर कागजों में खानापूर्ति हो रही है, ऐसे में आमजन अभाव और भय में जीवन जीने को मजबूत है।
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