स्ट्राइक रोटेट करना मेरी पारी का सबसे सुखद हिस्सा रहा : विराट कोहली

दुबई । भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ चैम्पियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में मैच जिताने वाली पारी की तुलना पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद शतक से करते हुए कहा कि यहां के हालात में मिली सफलता का सबसे महत्वपूर्ण पहलू स्ट्राइक रोटेट करना रहा ।

कोहली फिनिशर की भूमिका नहीं निभा सके लेकिन 98 गेंद में 84 रन बनाकर भारत की जीत तय कर दी । पाकिस्तान के खिलाफ मैच की ही तरह उन्होंने तेजी से इक्के दुक्के रन निकाले और अपनी पारी में सिर्फ पांच चौके लगाये ।

प्लेयर आफ द मैच का पुरस्कार जीतने के बाद उन्होंने कहा कि यह पारी पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई पारी जैसी थी । यह हालात को समझने और स्ट्राइक रोटेट करने की बात थी क्योंकि इस पिच पर साझेदारियां अहम थी । कोहली ने अपनी पारी में 56 सिंगल लिये और चार बार दो दो रन निकाले ।

उन्होंने कहा कि यह सब यहां के हालात पर निर्भर करता है। मेरी टाइमिंग और पिच पर रवैया यही था कि हड़बड़ी नहीं करनी है । जितने एक एक रन मैने लिये हैं, वह मुझे सबसे ज्यादा खुशी दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यह खेल दबाव के बारे में है । आपको जज्बात पर काबू पाना होता है । जब रनरेट छह रन प्रति ओवर था, मैं तब भी विचलित नहीं हुआ ।

यह पूछने पर कि क्या वह अपने एक दिवसीय कैरियर के सर्वश्रेष्ठ दौर में हैं, कोहली ने कहा कि मुझे नहीं पता । यह आप सोचो । मैने कभी इस पर फोकस नहीं किया । जब आप उन उपलब्धियों के बारे में नहीं सोचते तो वे मिल जाती हैं । अगर मैं शतक बनाता तो अच्छा रहता लेकिन जीत उससे महत्वपूर्ण है । मेरे लिये अब वो सब चीजें मायने नहीं रखतीं ।