प्रयागराज। माघ पूर्णिमा के अवसर पर आज (12 फरवरी) को प्रयागराज महाकुंभ में पांचवां शाही स्नान जारी है। इस खास अवसर पर संगम में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। पांचवें अमृत स्नान के लिए मेला प्रशासन ने खास तैयारियां की है। साथ ही पल-पल के हालातों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद नजर रखे हुए हैं।
माघ पूर्णिमा पर स्नान से पहले ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ प्रयागराज पहुंचने लगी थीं। चारों ओर श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आने लगे। ऐसे में इस अवसर के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी पहले से ही कर रखी थी।
ऐसे में बुधवार (12 फरवरी) को महाकुंभ में माघ पूर्णिमा पर अमृत स्नान के लिए पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सबसे पहले सुबह-सुबह नागा साधुओं के अखाड़ों ने स्नान किया। फिर दूसरे अखाड़ों के साधु-संतों ने संगम में डुबकी लगाई। इसके साथ ही इस दौरान आम श्रद्धालुओं ने भी स्नान शुरू किया।
मुख्यमंत्री योगी ने दी श्रद्धालुओं को बधाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माघ पूर्णिमा पर अमृत स्नान के लिए श्रद्धालुओं को बधाई दी। उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर लिखा, “पावन स्नान पर्व माघ पूर्णिमा की सभी श्रद्धालुओं एवं प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई। महाकुंभ 2025 प्रयागराज में आज पवित्र त्रिवेणी में पुण्य स्नान हेतु पधारे सभी पूज्य साधु-संतों, धर्माचार्यों, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन। भगवान श्री हरि की कृपा से सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य का वास हो। मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती सभी के मनोरथ पूर्ण करें, यही कामना है।”
प्रशासन ने तो अमृत स्नान को लेकर सभी इंतजाम कर ही रखे हैं। इस बीच सीएम योगी खुद भी हालातों पर नजर रखे हुए हैं। सुबह चार बजे से वह मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
जान लें कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पूरे प्रयागराज शहर को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। साथ ही ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी हुई।
अमृत स्नान से पहले सीएम योगी ने अधिकारियों संग बैठक कर उन्हें अमृत स्नान के लिए तमाम दिशा-निर्देश दिए थे। उन्होंने अधिकारियों को एक अच्छी तरह से संरचित यातायात और भीड़ प्रबंधन योजना लागू करने के निर्देश दिए। सीएम योगी ने कहा कि बसंत पंचमी की तरह ही इस बार भी अच्छी व्यवस्था लागू करनी है। मेला परिसर में अनाधिकृत एक भी वाहन का प्रवेश नहीं होगा । एक-एक श्रद्धालु को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है।