फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कपड़ा कारखानों में काम कर रहे थे छह बांग्लादेशी नागरिक, हुए गिरफ्तार

कर्नाटक के चित्रदुर्ग में पुलिस ने सोमवार को छह बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया। ये बांग्लादेशी नागरिक दो कपड़ा कारखानों में अवैध रूप से काम करते पाए गए। गिरफ्तार किए गए विदेशी नागरिकों की पहचान शेख शैपुर रहमान, मोहम्मद सुमन हुसैन अली, मजहरुल मारूफ, अजीजुल शेख, मोहम्मद सादिक सिकदर और सनोवर हुसैन के रूप में हुई है। इन व्यक्तियों ने फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके होलाकेरे रोड पर अरविंद गारमेंट्स और व्हाइट वॉश गारमेंट्स में नौकरी हासिल की थी ।

भारत में अवैध रूप से घुसे थे बांग्लादेशी नागरिक

पुलिस के आधिकारिक बयान के अनुसार, होलालकेरे रोड पर कपड़ा कारखानों के पास नियमित गश्त के दौरान ये गिरफ़्तारियाँ की गईं। पुलिस ने इन व्यक्तियों से पूछताछ करने और उनके दस्तावेज़ों की जाँच करने के बाद पाया कि वे बांग्लादेशी नागरिक थे। पुलिस ने कहा कि वे कई साल पहले यहाँ बसने के इरादे से अवैध रूप से भारत में घुस आए थे।

पुलिस के अनुसार, शुरुआत में बंगाल के रास्ते प्रवेश करते हुए, उन्होंने कोलकाता में नकली आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज़ हासिल किए और अपनी आजीविका चलाने के लिए देश के विभिन्न राज्यों में काम कर रहे थे।

पुलिस के बयान में कहा गया है कि पूछताछ और उनके पास मिले दस्तावेजों की जांच करने पर पता चला कि ये लोग बांग्लादेश के नागरिक हैं। वे कई साल पहले यहां बसने के इरादे से अवैध रूप से भारत में घुसे थे।

कोलकाता में हासिल किये थे फर्जी दस्तावेज

बयान में आगे बताया गया कि ये लोग पश्चिम बंगाल के रास्ते भारत में घुसे और कोलकाता में फर्जी पहचान दस्तावेज हासिल किए। वे यहां आने के बाद से ही विभिन्न राज्यों में काम कर रहे हैं। पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, लेबर कार्ड, बैंक पासबुक, पैन कार्ड और एक पासपोर्ट जब्त किया है। कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी गई है।

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यह घटना हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा बांग्लादेशी नागरिकों सहित कई लोगों को मानव तस्करी में कथित संलिप्तता और भारत में अवैध प्रवेश की सुविधा देने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद हुई है।