कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने बीते बुधवार को महाराष्ट्र के नागपुर जिले में चुनाव से पहले एक रैली को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी के खिलाफ अपमानजनक और कथित तौर पर लैंगिक भेदभाव वाली टिप्पणी की। कन्हैया ने फडणवीस पर विभाजनकारी विमर्श फैलाने का आरोप लगाया और सवाल किया कि धर्म को बचाने की जिम्मेदारी जनता पर क्यों होनी चाहिए, जबकि उनकी पत्नी इंस्टाग्राम रील बनाने में व्यस्त हो सकती हैं।
यह बयान फडणवीस पर लक्षित था, जो नागपुर दक्षिण-पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार प्रफुल्ल गुडाधे से है। कन्हैया कुमार ने अमृता फडणवीस का नाम लिए बिना उन पर सोशल मीडिया पर अत्यधिक सक्रिय होने का आरोप लगाया ।
कन्हैया कुमार ने कहा, “अगर यह धर्म युद्ध है तो किसी भी नेता से पूछिए जो धर्म बचाने के बारे में भाषण देता है। उनसे पूछिए कि क्या नेता के अपने बेटे-बेटियाँ भी धर्म बचाने की लड़ाई में शामिल होंगे। यह कैसे संभव है कि जनता धर्म बचाए और नेता के बच्चे विदेश में पढ़ाई करें? जनता धर्म बचाने के लिए कैसे जिम्मेदार हो सकती है जबकि उपमुख्यमंत्री की पत्नी इंस्टाग्राम रील बनाती है?” उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम की पत्नी या भाजपा नेताओं के परिवार के सदस्यों ने धर्म बचाने के लिए काम नहीं किया।
भाजपा ने किया तगड़ा पलटवार
भाजपा ने इस घटना का संज्ञान लिया और कांग्रेस पार्टी को पाखंडी करार दिया । भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस घटना पर टिप्पणी की और अमृता फडणवीस का अपमान करने के लिए कन्हैया कुमार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि एक तरफ कांग्रेस ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ में विश्वास करती है और दूसरी तरफ वे महिलाओं का अपमान करते हैं। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ऐसी ही है।”
उन्होंने कहा, “अफजल गुरु जैसे आतंकवादियों का समर्थन करने वाले कुमार की हिम्मत कैसे हुई कि वह महाराष्ट्र की बेटी, हमारी बहन और पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी का अपमान करें? कांग्रेस को इस बात का जवाब देना चाहिए जब वह कहती है कि महिलाएं लड़ सकती हैं और उन्हें अपने लिए खड़ा होना चाहिए।”
बचाव में उतरी कांग्रेस
हालांकि, कांग्रेस ने कन्हैया कुमार की टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि कुमार ने जो कहा उसमें कुछ भी ‘अपमानजनक’ नहीं था। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “उन्होंने किसी का अपमान नहीं किया।”
इस बीच, कुमार ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “क्या अमित शाह के बेटे जय शाह धर्म बचाने के लिए शामिल होंगे या नहीं? वे BCCI में IPL की टीमें बना रहे हैं, जबकि हमें ड्रीम 11 पर टीमें बनाने को कहा जा रहा है। वे क्रिकेटर बनने के सपने दिखाते हैं, लेकिन हम जुआरी बनकर रह जाते हैं।”
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जेएनयू के विवादित छात्र नेता कन्हैया कुमार आज तक कई विवादों का हिस्सा रहे हैं। उनके करीबी सहयोगी ने उन पर ‘झूठा’ और ‘जातिवादी’ होने का आरोप लगाया , और सबसे बुरा तब हुआ जब कन्हैया पर एक महिला के सामने अपना लिंग दिखाने का आरोप लगा । 2016 में दिल्ली पुलिस ने उन्हें देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया था। यह घटना संसद हमले के दोषी आतंकवादी अफजल गुरु की फांसी की दूसरी वर्षगांठ मनाने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में जेएनयू छात्रों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के बाद हुई।