आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा सांसद और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के बेटे नीलेश राणे चुनावी दंगल में ताल ठोकते नजर आ सकते हैं। दरअसल, उन्होंने भी राजनीति में कदम रखते हुए एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का दामन थाम लिया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से की थी मुलाकात
बीते दिनों नारायण राणे ने चुनावों से पहले अपने बेटे को शिंदे की शिवसेना में शामिल कराने के लिए अथक प्रयास किए थे। उन्होंने नीलेश के लिए टिकट पर चर्चा करने के लिए रविवार को शिंदे से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात भी की। उन्होंने सीएम से अपने बेटे को कुडाल विधानसभा क्षेत्र से टिकट देने का आग्रह किया है।
नारायण ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी फोन किया। कुडाल विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व वर्तमान में शिवसेना (यूबीटी) विधायक वैभव नाइक करते हैं।
नारायण ने 2019 में अपनी पार्टी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष का भाजपा में विलय कर दिया था। वे अपने बेटे के लिए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में टिकट सुनिश्चित करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। उनके प्रयास सफल रहे और उनके बेटे को सत्तारूढ़ शिवसेना में शामिल होने का मौका मिल गया।
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महाराष्ट्र में दो गठबंधनों के बीच सीधा मुकाबला होने वाला है – सत्तारूढ़ महायुति जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल है और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) जिसमें शरद पवार की एनसीपी, उद्धव ठाकरे की शिवसेना और कांग्रेस शामिल हैं। राज्य में 20 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा और मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।