छत्तीसगढ़ में बीते रविवार को अखिल भारतीय घर वापसी प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने 22 परिवारों में घर वापसी करवाई है। यह घर वापसी आदिशंकराचार्य परंपरा के तहत पूजनीय श्री गोवर्धन-मठ पुरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज की उपस्थिति में की गई। इस घर वापसी के दौरान 22 परिवारों में लगभग 100 लोग उपस्थित थे।
दरअसल, अंबिकापुर में त्रि दिवसीय विशाल हिन्दू राष्ट्र धर्म सभा का आयोजन किया गया था। इस महासभा का नेतृत्व श्री शंकराचार्य स्वागत समिति द्वारा किया गया। रविवार को इस कार्यक्रम का अंतिम दिन था। इस समापन समारोह में शंकराचार्य जी ने प्रबल प्रताप सिंह जूदेव को घर वापसी हेतु अपने मंच पर आमंत्रित किया था। 22 परिवारों के 100 सदस्यों ने सनातन घर के प्रति आस्था दिखाते हुए पुनः सनातन धर्म स्वीकार किया।
आपको बता दें कि शंकराचार्य जी विगत वर्षो से बड़ी आक्रमकता से गौ हत्या एवं धर्मान्तरण के विरुद्ध अभियान चला रहें हैं। उन्होंने पूरे आंदोलन को ‘हर हिन्दू सेना हो, हर हिन्दू सनातनी हो’ का नारा दिया हैं। उन्होंने बड़ी बेबाकी से अपनी विचार रखे और केंद्र सरकार से गौ हत्या एवं धर्मान्तरण के विरुद्ध कठोरतम कानून लाने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में पूजनीय संत गण, वरिष्ठ धर्म रक्षक जनसेवक, क्षेत्र के धर्म प्रेमी और अन्य गणमान्य उपस्थित रहें।