कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को अमेरिका में एक भाषण के दौरान सिख समुदाय पर अपनी हालिया टिप्पणियों के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तीखी आलोचना का जवाब दिया। भाजपा पर झूठी कहानी गढ़ने और उनके शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाते हुए गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया।
10 सितंबर के अपने संबोधन की एक क्लिप साझा करते हुए राहुल गांधी ने लिखा कि भाजपा अमेरिका में मेरी टिप्पणियों के बारे में झूठ फैला रही है। मैं भारत और विदेशों में हर सिख भाई और बहन से पूछना चाहता हूं कि क्या मैंने जो कहा है उसमें कुछ गलत है? क्या भारत ऐसा देश नहीं होना चाहिए जहां हर सिख और हर भारतीय बिना किसी डर के अपने धर्म का स्वतंत्र रूप से पालन कर सके?
कांग्रेस नेता ने अमेरिका में की गई अपनी टिप्पणियों का बचाव करते हुए कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी उन्हें चुप कराने का प्रयास कर रही है, क्योंकि वे सच्चाई का सामना करने से हताश हैं।
उन्होंने कहा कि हमेशा की तरह, भाजपा झूठ का सहारा ले रही है। वे मुझे चुप कराने के लिए बेताब हैं, क्योंकि वे सच बर्दाश्त नहीं कर सकते। लेकिन मैं हमेशा उन मूल्यों के लिए बोलूंगा जो भारत को परिभाषित करते हैं विविधता में हमारी एकता, समानता और प्रेम।
वाशिंगटन डीसी के उपनगर वर्जीनिया के हर्नडॉन में भारतीय अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित करते हुए गांधी ने भारत में अल्पसंख्यक समुदायों के सामने आने वाली चुनौतियों पर बात की।
उन्होंने भाजपा की वैचारिक रीढ़ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर एक ऐसे भारत के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया, जिसमें कुछ धर्मों, भाषाओं और समुदायों को हीन समझा जाता है।
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वीडियो में गांधी ने कहा कि यह लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है, यह सतही है। लड़ाई इस बारे में है कि क्या उसे (सिख व्यक्ति की ओर इशारा करते हुए) भारत में पगड़ी, कड़ा पहनने और गुरुद्वारे में जाने की अनुमति दी जाएगी और यह सिर्फ़ उनके लिए नहीं, सभी धर्मों के लिए है। आरएसएस मूल रूप से यह कह रहा है कि ‘कुछ राज्य दूसरे राज्यों से कमतर हैं, कुछ भाषाएँ दूसरी भाषाओं से कमतर हैं, कुछ समुदाय दूसरे समुदायों से कमतर हैं।