लखनऊ। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने उप्र सचिवालय सेवा के 33 कार्मिकों को सेवानिवृत्त होने के अवसर पर स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने सेवानिवृत्त सचिवालय कार्मिकों को सेवानैवृत्तिक लाभों (सेवानिवृत्त कार्मिकों को पेंशन, उपादान, राशिकारण, अवकाश नकदीकरण व जीपीएफ) से सम्बन्धित आदेशों का भी वितरण किया।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने सेवानिवृत्त कार्मिकों को आगामी जीवन की शुभकामनायें देते हुए कहा कि सेवानिवृत्त कार्मिकों के लिए यह दिन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। सेवानिवृत्त होने के दिन ही सभी प्रकार के पेंशन व सेवानिवृत्तिक लाभ प्राप्त होना, इस बात का सबूत है कि कार्मिक ने एक सफल व बेदाग सेवा पूर्ण कर ली है।
उन्होंने कहा कि शासकीय सेवा में आना सौभाग्य की बात है। इस सेवा के माध्यम से समाज के बारे में सोचने व कार्य करने का अवसर प्राप्त होता है। सेवानिवृत्त होने के उपरांत भी वह समाज के लिए अपनी रुचि के अनुसार महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। अपने अनुभवों का इस्तेमाल समाज की बेहतरी के लिए करें। सेवानिवृत्त होने के उपरांत शासन के द्वार आपके लिए खुले हैं, किसी भी तरह की समस्या आने पर अपनी बात को उच्चाधिकारियों के संज्ञान में ला सकते हैं।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त सचिवालय कार्मिकों ने अपने अनुभव भी साझा किए। सचिवालय सेवा से सेवानिवृत्त कार्मिकों में 04 विशेष सचिव, 01 संयुक्त सचिव, 02 उप सचिव, 01 प्रधान निजी सचिव, 03 निजी सचिव, 05 अनुभाग अधिकारी, 07 समीक्षा अधिकारी, 02 कंप्यूटर सहायक एवं 08 अनुसेवक शामिल थे। इस अवसर पर प्रमुख सचिव सचिवालय प्रशासन के0 रवीन्द्र नायक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण, सेवानिवृत्त कार्मिकों के परिजन आदि उपस्थित थे।
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