- एलडीए में अब बायोमैट्रिक हाजिरी पर ही मिलेगा वेतन, अगले महीने से लागू होगी व्यवस्था
- फाइलों के रख-रखाव में लापरवाही पर कर्मचारियों को फटकार, दो सप्ताह में व्यवस्था सुधारने के निर्देश, रिकार्ड अनुभाग में योजनावार रखी जाएंगी फाइलें
- अनुभाग का कार्य देख रहे अधिकारियों के पास ही बैठेगा उनका स्टाफ, नये सिरे से बनाया जाएगा सिटिंग प्लान
लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण में अधिकारियों व कर्मचारियों का वेतन अब से बायोमैट्रिक हाजिरी से मिलान के बाद ही जारी किया जाएगा। यह व्यवस्था अगस्त माह से लागू की जाएगी। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने सोमवार को विभिन्न अनुभागों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने फाइलों के साथ हाजिरी रजिस्टर भी चेक किये।
कई कर्मचारी ऐसे पाये गये, जो कार्यालय में तो उपस्थित थे, लेकिन उनके द्वारा रजिस्टर पर हाजिरी नहीं लगायी गयी थी। इस पर उपाध्यक्ष ने बायोमैट्रिक अटेन्डेन्स को अनिवार्य करते हुए आदेश जारी किये हैं कि आईटी व अधिष्ठान अनुभाग द्वारा संयुक्त रूप से इसकी व्यवस्था देखी जाएगी और बायोमैट्रिक हाजिरी के आधार पर ही अगले महीने से वेतन जारी किया जाएगा। सुबह 11 बजे किये गये निरीक्षण में प्राधिकरण की नयी बिल्डिंग के भूतल पर बने काल सेंटर में कार्यरत लिपिक विनोद कुमार अनुपस्थित पाये गये। इस पर उपाध्यक्ष ने कर्मचारी का एक दिन का वेतन काटने के आदेश दिये हैं।
काल सेंटर में क्या कार्य किया जाता है और इसकी क्या उपयोगिता है, इस सम्बंध में भी कर्मचारी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये। जिस पर उपाध्यक्ष ने सचिव विवेक श्रीवास्तव को निर्देश दिये हैं कि वह काल सेंटर के कार्यों की स्वयं समीक्षा करके नये सिरे से कार्ययोजना तैयार करें।
विद्युत व साफ-सफाई व्यवस्था ठीक कराने के निर्देश
उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होेंने कर्मचारियों को निर्देश दिये कि बसन्तकुंज योजना में विस्थापित किये गये अकबर नगर के अध्यासियों द्वारा भवन तल परिवर्तन के सम्बंध में जो प्रार्थना पत्र दिये जा रहे हैं।
उन्हें रजिस्टर पर अंकित किया जाए तथा जो प्रकरण सही पाये जाते हैं, उनमें त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करवायी जाए। इस क्रम में उपाध्यक्ष ने अपार्टमेंट सेल व काॅस्टिंग अनुभाग का भी निरीक्षण किया, जहां साफ-सफाई व विद्युत व्यवस्था अपर्याप्त मिलने पर उन्होंने सम्बंधित अभियंताओं को व्यवस्था सुदृढ़ करने के निर्देश दिये।
6 माह में स्वीकृत व लंबित एनओसी की रिपोर्ट तलब
नियोजन तथा मानचित्र अनुभाग के निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष ने एक के बाद एक कई फाइलें खंगाल डाली। उन्होंने सवाल किया कि बीते 06 महीने में मानचित्र से सम्बंधित कितनी एन0ओ0सी0 जारी की गयी हैं और कितनी लंबित है। कर्मचारी इसकी जानकारी नहीं दे सके, जिस पर उपाध्यक्ष ने इसकी पूरी रिपोर्ट तलब की है। साथ ही मुख्य नगर नियोजक को इसकी नियमित रूप से समीक्षा करने के निर्देश दिये हैं, जिससे कि मानचित्रों का निस्तारण समय से हो सके।
कम्प्यूटर से नंबर निकाल ढूंढवायी फाइलें
रिकार्ड व विधि अनुभाग के निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष ने कम्प्यूटर से कुछ फाइलों के नंबर (क्रमांक कोडिंग) निकाले और फिर कर्मचारियों से इन नंबर के आधार पर फाइलें ढूंढकर निकालने को कहा। विधि अनुभाग में कर्मचारी क्रमांक संख्या के आधार पर रैक में रखी फाइलें नहीं खोज पाये।
इस पर उपाध्यक्ष ने नाराजगी जताते हुए एक सप्ताह के अंदर फाइलों को व्यवस्थित करने का अल्टीमेटम दिया है। वहीं, रिकार्ड अनुभाग में फाइलें मिली-जुली रखी पायी गयीं। इस पर उपाध्यक्ष ने निर्देशित किया कि प्राधिकरण की योजनाओं के हिसाब से ही फाइलों को योजनावार तरीके से सहेज कर रखा जाए। साथ ही राइटर कंपनी से प्राप्त की गयी फाइलों को भी बाॅक्स से निकाल कर रैक्स में सुरक्षित रखा जाए।
अधिकारियों के साथ ही बैठेगा उनका स्टाफ
निरीक्षण में पाया गया कि ज्यादातर अनुभागों में अधिकारी कहीं बैठते हैं और उनका स्टाफ कहीं और बैठता है। इससे जन सामान्य को अपने कार्य के लिए अलग-अलग कमरों व तलों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए उपाध्यक्ष ने निर्देश दिये कि नये सिरे से सिटिंग प्लान बनाया जाए। इसमें यह सुनिश्चित किया जाए कि अनुभाग का कार्य देख रहे अधिकारी के साथ ही उनका स्टाफ बैठे, जिससे कि विभागीय कार्य आसानी से सम्पादित किये जा सकें और आम जनता को भी सुविधा हो।