राजकोट । सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के दोहरे शतक के बाद गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के चौथे दिन रविवार को यहां चाय के विश्राम तक अपनी स्थिति मजबूत कर ली।
जायसवाल ने नाबाद 214 रन बनाए जिसकी मदद से भारत ने अपनी दूसरी पारी चार विकेट पर 430 रन पर समाप्त घोषित करके इंग्लैंड के सामने 587 रन का लक्ष्य रखा। इंग्लैंड ने चाय के विश्राम तक दो विकेट पर 18 रन बनाए थे और वह लक्ष्य से 539 रन पीछे है। जायसवाल ने अपनी 236 रन की पारी के दौरान 12 छक्के लगाए और इस तरह से एक टेस्ट पारी में सर्वाधिक छक्के लगाने के रिकॉर्ड की बराबरी की।
22 साल के युवा खिलाड़ी और टीम इंडिया के ओपनर यशस्वी जायसवाल ने कमाल कर दिया। 41 वर्षीय खिलाड़ी जेम्स एंडरसन पर टूट पड़े। लगातार तीन गेंद पर छक्के मार कर रिकॉर्ड बनाया। भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के चौथे दिन रविवार को अपनी दूसरी पारी में 4 विकेट पर 370 रन बनाए। इस तरह से भारत की कुल बढ़त 496 रन की हो गई है। यशस्वी जायसवाल 186 और सरफराज खान 36 रन पर खेल रहे थे।
शुभमन गिल (91) और कुलदीप यादव (27) सुबह के सत्र में आउट होने वाले बल्लेबाज थे। यशस्वी जायसवाल के बचपन के कोच ज्वाला सिंह का मानना है कि खेल के प्रारूपों के बीच अनुकूलन क्षमता और सहज प्रवृति ही इस युवा बल्लेबाज को शीर्ष स्तर के अपने साथियों से अलग बनाती है।
टेस्ट में एक भारतीय बल्लेबाज द्वारा एक ओवर में तीन छक्के (2002 से)
एमएस धोनी-डेव मोहम्मद, सेंट जॉन्स- 2006
में एमएस धोनी- मोहम्मद रफीक, 2007, मीरपुर
हार्दिक पंड्या-मलिंडा पुष्पकुमारा, पल्लेकेले 2017,
रोहित शर्मा- डेन पीड्ट, विजाग, 2019
उमेश यादव-जॉर्ज लिंडे, रांची 2019
यशस्वी जयसवाल-जेम्स एंडरसन, राजकोट 2024।
भारत के लिए एक टेस्ट सीरीज में सर्वाधिक छक्केः
20 वाई जायसवाल बनाम इंग्लैंड 2024*
19 रोहित शर्मा बनाम एसए 2019
14 हरभजन सिंह बनाम न्यूजीलैंड 2010
11 नवजोत सिद्धू बनाम एसएल 1994
जायसवाल ने सीरीज में 500 रन का आंकड़ा पार कर लिया है। 2007 में घरेलू मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ सौरव गांगुली के 534 रनों के बाद भारत के लिए ऐसा करने वाले केवल दूसरे बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। यशस्वी ने कमाल कर दिया। कई बड़े खिलाड़ी को पीछे छोड़ दिया।
भारत के लिए एक टेस्ट पारी में सर्वाधिक छक्केः
10 यशस्वी जयसवाल बनाम इंग्लैंड राजकोट 2024 *
8 नवजोत सिद्धू बनाम एसएल लखनऊ 1994
8 मयंक अग्रवाल बनाम बैन इंदौर 2019।
जायसवाल 22 साल और 36 दिन की उम्र में इंग्लैंड के खिलाफ 209 रन बनाकर विनोद कांबली और सुनील गावस्कर के बाद टेस्ट में दोहरा शतक बनाने वाले देश के तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने थे। ज्वाला ने कहा, ‘‘अगर आप उसका जूनियर क्रिकेट देखो। जैसे जब वह मुंबई अंडर-16 की ओर से खेल रहा था तो उसने दोहरा शतक जड़ा, मुंबई अंडर-19 के लिए भी, ईरानी कप, दलीप ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में भी दोहरा शतक जड़ा था। वह अपनी बल्लेबाजी में आक्रामक प्रकृति के कारण लंबी पारी खेलने में माहिर है।
उन्होंने कहा, वह हमेशा गेंदबाज पर दबाव डालता है क्योंकि वह बाउंड्री जड़ता रहता है। उसने अपने क्रिकेट को इसी तरह तैयार किया है। अपने स्ट्रोक लगाने की काबिलियत और अपनी मानसिकता ऐसी ही बनायी है। इसे ही अनुकूलन क्षमता कहा जाता है। ज्वाला ने कहा, ‘‘टी20 क्रिकेट में वह एक अलग तरह से खेलता है।
टेस्ट क्रिकेट में उसका अलग दृष्टिकोण होता है।उसकी अनुकूल होने की क्षमता और सहज प्रकृति वास्तव में दूसरों से अलग है और यही उसे अन्य खिलाड़ियों से अलग बनाती है। ’’ भारत के महान सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कहा है कि इंग्लैंड के खिलाफ विशाखापत्तनम में दूसरे टेस्ट में दोहरा शतक जड़ने वाला यशस्वी जायसवाल शानदार बल्लेबाज है, लेकिन अभी तुलना करना जल्दबाजी होगी।