मणिपुर में पिछले डेढ़ महीने से हिंसा लगातार जारी है। इस हिंसा को रोकने में केंद्र और राज्य दोनों जगहों की पुलिस नाकाम है। हर रोज स्थानीय लोगों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़प की खबरें सामने आ रही है। इसी बीच मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदाय के बीच जारी हिंसा में मुस्लिम मैतेई समुदाय (पांगल) के लोगों ने अपने घरों के बाहर खुद के मुसलमान होने के बारे में लिखना शुरू कर दिया है। इसके पीछे की वजह जानकर आप हैरान रह जाएंगे, आपके मन में ये सवाल उठने लगेगा की आखिर इस राज्य में अराजकता किस स्तर पर पहुंच चुकी है। यहां जिसे जब मन कर रहा, तब आग लगा दे रहा, जब मन कर रहा गोली चलाने लग रहा है।
मैतई हिंदू न समझ लें इसलिए लिख रहे ऐसा
मणिपुर में मैतेई-कुकी हिंसा के बीच मुस्लिम मैतेई समुदाय के लोगों ने अपने घरों के बाहर खुद के मुसलमान होने के बारे में लिखा हुआ है। उन्होंने अपने घरों पर ‘यह मुसलमान का एरिया है’ लिखना शुरू कर दिया है। कुकी हमलावर उन्हें मैतेई हिंदू समझ कर हमला न कर दें, उनकी जान न ले ले, इससे बचने के लिए वे ऐसा लिख रहे हैं।
मणिपुर की 32 लाख की आबादी में पांगल मुस्लिम की जनसंख्या लगभग ढाई लाख हैं। जातीय हिंसा से यहां की लोग काफी भयभीत हैं, उनका कहना है की हमें अपने परिवार की सुरक्षा की चिंता है, हमेशा डर लगा रहता है की कहीं से कोई बम आएगा और हमारी जान ले लेगा। इसी जातीय हिंसा से बचने के लिए मुस्लिम लोग अपनी पहचान बताने के लिए घरों पर ऐसा लिख रहे हैं।
कल हुई थी थाने से हथियार लूटने की कोशिश
इस राज्य में हालात कितने बदत्तर हो गए हैं इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं की यहां इस हिंसा के दौरान उपद्रवियों द्वारा इंफाल वेस्ट के इरिंगबाम थाने से भी हथियार लूटने की कोशिश की गई। लेकिन सुरक्षाबलों ने मुस्तैदी दिखाई और भीड़ के उपर टूट पड़े। जिसके बाद थाने से हथियार लूटने की मंशा के आए उपद्रवियों को वहां से भागना पड़ा और हथियारों की चोरी नहीं हो सकी।
BJP के कई नेताओं के घर निशाने पर
कल आधी रात के बाद भड़की हिंसा में सिंजेमाई में एक और भीड़ ने भाजपा कार्यालय को घेर लिया, लेकिन कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकी क्योंकि सेना ने भीड़ को काबू करने की पूरी तैयारी कर रखी थी। इसी तरह इंफाल में पोरमपेट के पास भाजपा (महिला विंग) की अध्यक्ष शारदा देवी के घर में भीड़ ने तोड़फोड़ करने की कोशिश की गई। यहां भी सुरक्षाबलों ने उपद्रवियों को खदेड़ कर भगा दिया।
दो दिन पहले ही केंद्रीय मंत्री आरके रंजन सिंह के घर पर भी भीड़ ने हमला किया गया था और गुरुवार रात को इसे जलाने का प्रयास किया गया था। जिस तरह से भीड़ चुन-चुन कर भाजपा के नेताओं पर हमला कर रही है इसे देख कर ऐसा लगता है की ये लोग सरकार से काफी नाराज हैं।