कोविड महामारी की उत्पत्ति ने शोधकर्ताओं को बहुत लंबे समय से उलझन में रखा है. हालांकि द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक विशेषज्ञों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने सबूत पाया कि कोविड वायरस संक्रमित रैकून कुत्तों से फैल सकता है ,जो वुहान में एक सीफूड बाजार में अवैध रूप से बेचे जा रहे थे. शोधकर्ताओं ने 2020 में हुनान सीफूड होलसेल मार्केट और करीबी इलाके से लिए गए जेनेटिक डेटा फॉर्म स्वैब को इकट्ठा करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला है. रिपोर्ट में कहा गया है कि जानवरों को ले जाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले फर्श, दीवारों, गाड़ियों और पिंजरों से स्वैब लिए गए थे.

रैकून कुत्तों समेत अन्य संक्रमित जानवर जिम्मेदार
विश्लेषण में पाया गया कि नमूने वायरस से संक्रमित थे, जिसमें रेकून कुत्तों सहित जानवरों की अनुवांशिक सामग्री थी. भले ही यह इस बात की पुष्टि नहीं करता है कि रेकून कुत्ते संक्रमित थे या यदि उन्होंने वायरस को मनुष्यों में प्रेषित किया, तो शोध में कहा गया है कि वायरस जंगली जानवरों से फैलता है. अनुसंधान का हिस्सा रही एक वायरोलॉजिस्ट एंजेला रासमुसेन ने द अटलांटिक को बताया, ‘यह वास्तव में एक मजबूत संकेत है कि बाजार में जानवर संक्रमित थे. वास्तव में कोई अन्य स्पष्टीकरण नहीं है जो किसी भी तरह से समझ में आता है.’
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चमगादड़ को कठघरे से बाहर किया अनुसंधानकर्ताओं ने
अनुसंधान का नेतृत्व तीन शोधकर्ताओं क्रिस्टियन एंडरसन, माइकल वर्बे और एडवर्ड होम्स ने किया था. रिपोर्ट में कहा गया है और डेटा को एक ओपन-एक्सेस जीनोमिक डेटाबेस GISAID द्वारा पोस्ट किया गया था. इसके बाद उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप के वैज्ञानिकों ने इसे डाउनलोड किया और इसका विश्लेषण किया. चीनियों ने पहले ही नमूनों की जांच कर ली थी और कहा था कि सार्स-सीओवी-2 के किसी भी पशु मेजबान का अनुमान नहीं लगाया जा सकता है. कम्प्यूटेशनल जीवविज्ञानी एलेक्स क्रिट्स-क्रिस्टोफ़ ने कहा कि आनुवंशिक डेटा मूर्त था. उन्होंने कहा, ‘यह वह प्रजाति है जिसके बारे में हर कोई बात कर रहा है.’
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