लंदन में दिये गये बयान पर बीजेपी के हंगामे के बाद राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि सदन में उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है और उनकी बातों को हटा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले मैंने सदन में मोदी और अडानी पर सवाल उठाते हुए भाषण दिया था। लेकिन वह भाषण हटा दिया गया था। भाषण में ऐसा कुछ भी नहीं था जिसे सार्वजनिक तौर पर नहीं कहा जा सकता हो। सरकार और पीएम अडानी मामले से डरे हुए हैं इसलिए उन्होंने ये ‘तमाशा’ किया है।

सांसद हूं, संसद में बोलूंगा
राहुल गांधी ने कहा कि सुबह मैं संसद गया और लोकसभा अध्यक्ष से बात की कि मैं बोलना चाहता हूं। सरकार के चार मंत्रियों ने मुझ पर आरोप लगाए थे, इसलिए मुझे सदन में अपनी बात रखने का अधिकार है। मुझे उम्मीद है कि मुझे कल संसद में बोलने दिया जाएगा। मैं सांसद हूं और संसद में जवाब दूंगा। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मुझे संसद में बोलने नहीं दिया जाएगा। लेकिन अहम सवाल ये है कि मोदीजी और अडानीजी के बीच क्या संबंध है।
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संसद में हंगामा
उधर हंगामे की वजह से संसद आज भी चल नहीं सकी। दोपहर दो बजे के बाद कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। विपक्षी दलों के नेताओं ने अडानी विवाद और जेपीसी की मांग को लेकर संसद में विरोध प्रदर्शन किया और मानव श्रृंखला बनाई। उधर बीजेपी उनके बयान पर माफी मांगने की मांग पर अड़ी हुई है। बता दें कि बजट सत्र के दोनों दिन संसद में भारी हंगामा हुआ और कामकाज सुचारू रूप से नहीं चल सका। इससे पहले राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात की और संसद में अपनी बात रखने के लिए समय मांगा। इससे पहले राहुल गांधी ने संसद में जाते वक्त कहा कि उन्होंने भारत विरोधी कुछ भी नहीं कहा है।
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