भारतीय संस्कृति में घरों का निर्माण वास्तु शास्त्र के अनुसार कराया जाता है। वास्तु के सही और गलत होने से घर के माहौल पर अच्छा और बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए परिवार की सुख-शांति और समृद्धि के लिए घर में मौजूद हर चीज वास्तु शास्त्र के हिसाब से होनी या रखी जानी जरुरी है। कई बार सभी चीजें वास्तु के हिसाब से सही दिशा में मौजूद होती हैं, लेकिन बावजूद इसके घर में नकारात्मकता बनी रहती है। इसके अलावा घर माहौल हमेशा तनावपूर्ण बना हुआ है और परिवार पैसों की तंगी से जूझता रहता है। घर के इस माहौल का कारण मुख्य द्वार पर रखी कुछ चीजें हो सकती हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, हमारे आसपास ऐसी बहुत सी चीजें मौजूद होती है, जो नकारात्मकता को बढ़ाने का काम करती है। अगर इन्हीं चीजों को लोग अपने घरों के प्रवेश या मुख्य द्वार पर रखते या लगाते हैं तो माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। इसके अलावा घर की सुख-शांति भी छीन जाती है।
सूखा हुआ पेड़
घर के मुख्य द्वार को अच्छा दिखाने के लिए लोग अक्सर गेट के आगे या आसपास पेड़-पौधें लगाते है, जिनकी शुरुआत में अच्छे से देखभाल की जाती है। लेकिन कुछ समय बाद इन्हें इनके हाल पर छोड़ दिया जाता है। अच्छे से देखभाल नहीं मिलने पर पेड़-पौधें सुख जाते हैं और घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रहार बढ़ा देते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य द्वार के सामने या आसपास सूखे पेड़ का होना अशुभ होता है, इसलिए इन्हें हटा देना ही बेहतर है।
जमा हुआ पानी या फिर गंदा नाला
घर के मुख्य द्वार के आसपास किसी भी गंदी चीज का होना अशुभ माना जाता है। इन्हीं चीजों में गंदा नाला और जमा हुआ पानी शामिल है। घर के मुख्य द्वार के आसपास अगर इन दोनों में से कोई भी चीज मौजूद है तो उसे हटा दें। गंदा नाला या पानी घर के आसपास का माहौल अशुद्ध कर देता है, जिसका असर घर के अंदर के वातावरण पर भी पड़ता है। इसके अलावा गंदे नाले की वजह से घर के लोगों को कई स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
कूड़े का ढेर
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य द्वार के आसपास या सामने कूड़े का ढेर मौजूद है तो वो घर की सुख-शांति को बर्बाद कर देता है। कूड़े के ढेर में कई लोगों के घरों की नकारात्मक ऊर्जा पड़ी होती है, जो वहां से आपके घर में प्रवेश कर सकती है। इसलिए घर का माहौल नकारात्मक होने से पहले मुख्य द्वार के सामने से कूड़े के ढेर को हटा देने में ही भलाई है।